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बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद कितना असर होगा भारत में ?

बांग्लादेश उपमहाद्वीप में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत दूसरा सबसे बड़ा निर्यात साझेदार है।

बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया है। बांग्लादेश में जारी भारी हिंसा और राजनीतिक संकट के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में अराजकता जैसी स्थिति पैदा हो गई है। प्रदर्शनकारी देश में जगह-जगह तोड़फोड़ कर रहे हैं। आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर होने की उम्मीद है। अगर पड़ोसी देश में हालात और खराब होते हैं तो भारत पर भी इसका असर पड़ सकता है क्योंकि दोनों देशों के बीच काफी बड़ा करोबार होता है। आइए जानते हैं कि बांग्लादेश में बदले हालात का भारत पर क्या असर हो सकता है। 

भारत बांग्लादेश से क्या मंगाता है? 

भारत बांग्लादेश से विभिन्न सामानों का आयात करता है। बांग्लादेश से भारत में आयात किए जाने वाले उत्पादों में तैयार वस्त्र, वस्त्र, जूट और जूट के सामान, चमड़े के सामान और कृषि उत्पाद जैसे फल, सब्जियां और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ शामिल हैं। 

कपड़ा और परिधान:

बांग्लादेश के कपड़ा और परिधान उद्योग दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। भारत प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण और गुणवत्ता के कारण बांग्लादेश से तैयार वस्त्र, वस्त्र और बुना हुआ कपड़ा का एक महत्वपूर्ण मात्रा में आयात करता है। 

फार्मास्यूटिकल्स:

बांग्लादेश जेनेरिक दवाओं और फार्मास्यूटिकल उत्पादों का एक प्रमुख निर्यातक बन गया है। भारत बांग्लादेश से विभिन्न फार्मास्यूटिकल फॉर्मूलेशन और कच्चे माल का आयात करता है, जो भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के विकास में योगदान देता है। 

चमड़ा और चमड़े के सामान:

बांग्लादेशी निर्माता उच्च गुणवत्ता वाले चमड़े के सामान का उत्पादन करते हैं। भारत बांग्लादेश से चमड़े के जूते,बैग और पर्स आयात करता है, जो बांग्लादेशी निर्माताओं द्वारा पेश किए जाने वाले शिल्प कौशल की सराहना करता है।

भारत क्या करता है निर्यात?

बांग्लादेश उपमहाद्वीप में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत दूसरा सबसे बड़ा निर्यात साझेदार है। भारत ने वित्त वर्ष 23 में बांग्लादेश को 6,052 वस्तुओं का निर्यात किया। वित्त वर्ष 23 में भारत का बांग्लादेश को निर्यात 12.20 बिलियन अमेरिकी डॉलर और वित्त वर्ष 22 में 16.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। भारत से बांग्लादेश को सूती धागा, पेट्रोलियम उत्पाद, अनाज और सूती कपड़े प्रमुख रूप से भेजे जाते हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत हुए हैं। इसका प्रमाण इसी बात से मिलता है कि दोनों देशों के बीच भारतीय रुपये में ट्रेड हुआ है। 

क्या होगा भारत पर असर?

जानकारों का कहना है कि भाारत में आरजकता फैलने का फौरी असर तो भारतीय कारोबारियों पर कुछ नहीं होगा। हालांकि, अगर यह मामला लंबा चलता है तो जरूर असर देखने को मिलेगा। बांग्लादेश से आने वाली आयातित सामान महंगे हो जाएंगे। पिछले दो महीने से बांग्लादेश के हालात खराब होने से कारोबारियों को हजारों करोड़ का नुकसान हो चुका है। वित्त वर्ष 23 में बांग्लादेश को भारत का निर्यात 10.63 बिलियन डॉलर रहा,जो भारत के कुल निर्यात का 2.6 प्रतिशत है। इसके विपरीत,इसी अवधि के दौरान भारत से बांग्लादेश का आयात कुल 1.86 बिलियन डॉलर रहा, जो भारत के कुल आयात का 0.28 प्रतिशत है।

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Gopal Krishna Naik

Editor in Chief Naik News Agency Group

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