निःसंतान दंपती ने नवजात को भगवान का आशीर्वाद समझ रखने की लगाई गुहार…

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देवरी-मां किसे कहूं …उसे जिसने जन्म देने के बाद बाेझ समझकर गड्ढे में फेंक दिया या फिर उसे जिसने मुझे भगवान का आशीर्वाद समझ अपने आंचल में समेट लिया। जी हां, देवरी थाना क्षेत्र के गम्हारडीह टोला असगोनो में तालाब के किनारे गढ्ढे में नवजात बच्ची रोते हुए मिली।कांटीदिघी लिलैया निवासी मनोज यादव रविवार सुबह अपने खेत की तरफ जा रहे थे, उसी दौरान असगोनो टोला के तालाब किनारे गढ्ढे में रोने की आवाज सुनी। पास जाकर देखा ताे एक पुरानी चादर में नवजात बच्ची ठंड से ठिठुरती हुई राे रही है। थाेड़ी ही देर में बड़ी संख्या में लाेग उसे देखने के लिए जुट गए। इसी बीच असगोनो गांव के माला हाजरा की पत्नी लखिया देवी भी पहुंची। लखिया ने बच्ची को उठा लिया और अपने घर ले आई।
लखिया देवी की गाेद में आते ही बच्ची टकटकी लगाए उसे देखने लगी…जैसे वाे पूछ रही हाे कि मां किसे कहूं, उसे जाे गड्ढे में फेंक गई या उसे जिसने मुझे अपने आंचल में समेट लिया है।
घर लेकर आने के बाद लखिया देवी ने इसकी सूचना देवरी पुलिस को दी। सूचना पर देवरी थाना के सब इंस्पेक्टर अजय सोय के नेतृत्त्व में देवरी पुलिस मौके पर पहुंच कर नवजात को कब्जे में लेकर नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी पहुंचाया।




