पिछले वर्ष क्षेत्र के किसानों को बेमौसम बारिश,ओलावृष्टि से काफी नुकसान उठाया था सरकार ने राहत के रुप क्षतिपूर्ति राशि दिया गया था लेकिन इस वर्ष….???
खरसिया। पिछले कुछ दिनों से बार-बार मौसम में अचानक बदलाव आने के कारण असमय बारिश,कोहरा, बदली के कारण मुरा नावापारा पूर्व, रक्सापाली,चपले,बड़े जामपाली खेती, सब्जी की खेती को काफी प्रभावित हो रही है।
खरसिया सहित अंचल में हो रहे असमय बारिश, बादल, कोहरा छाए रहने से रवि फसल को काफी नुकसान होने की अंदेशा बना हुआ है। वही सब्जी की खेती को सबसे ज्यादा नुकसान हो रही है। किसानों के चेहरे में मायूसी स्पष्ट झलकने लगा है।
सब्जी की खेती में मौसम का प्रभाव सबसे ज्यादा हो रही है। विगत एक माह से बार-बार मौसम में अचानक बदलाव आने के कारण असमय बारिश, कोहरा, बदली के कारण सब्जी की खेती को काफी प्रभावित हो रही है।
टमाटर के पौधे मुरझा कर मरने लगे हैं। टमाटर की क्वालिटी भी खराब होने लगी है। फूल गोभी में फंगस और ईल्ली का प्रकोप बढ़ने लगा हैं। इस प्रकार मौसम का कहर सबसे ज्यादा सब्जी की खेती में पड़ा है। इसी प्रकार रबी फसल में गेहूं,सरसों,अरहर की फसल को शुरू से ही अनुकूल मौसम नहीं मिल पाया । इसके कारण गेहुं ,सरसों,अरहर की फसल काफी प्रभावित हुई है।
धनिया फसल में फूल मुरझाने लगे हैं इसके करण फल काम आएंगे। धनिया की क्वालिटी अच्छी नहीं होगी। कीटनाशक एवं आवश्यक पोषक तत्व देने के बावजूद भी सब्जी के पौधों में लग रहे इल्ली और फंगस का प्रकोप कम नहीं हो पा रहा है। इसका प्रमुख कारण कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा बताया जा रहा है कि अनुकूल मौसम नहीं मिलना है। कृषकों ने बताया कि रबी फसल में सबसे ज्यादा तिवरा, चना,धनिया सरसों गेहूं आदि फसल को क्षति होने का अंदेशा बना हुआ है। केवल गेहूं का फसल ही अच्छी है ।
रबी फसल के लिए विगत महीने से ही मौसम में बार-बार परिवर्तन होने के कारण एवं अनुकूल मौसम नहीं मिलने के कारण फसल काफी प्रभावित हो रही है। अरहर की फसल बुरी तरह से प्रभावित हुई है। केवल गेहूं की फसल ही प्रतिशत ठीक है । शेष रबी फसल पर मौसम का प्रभाव काफी पड़ा है। जिससे उत्पादन में काफी कमी आने की अंदेशा है। किसानों में विभाग के द्वारा किसी प्रकार का फसल नुकसानी का आंकलन नहीं किए जाने से आक्रोशित नजर आ रहे हैं जो आने वाले चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी को नुक़सान न कर जाए…