जिला परिक्रमा

सुपोषण अभियान के लिये अण्डों की आपूर्ति पर आत्मनिर्भर हो सकेगा कोरबा जिला

अण्डा उत्पादन व्यवसाय से जुड़ेंगे जिले के महिला स्व-सहायता समूह

सुपोषण अभियान के लिये अण्डों की आपूर्ति पर आत्मनिर्भर हो सकेगा कोरबा जिला

कोरबा 13 मार्च 2020

सुपोषण अभियान के तहत् कोरबा जिले के स्कूलों, आश्रम-छात्रावासों, बालगृहों सहित आंगनबाड़ी केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में अण्डों की आपूर्ति के लिये महिला स्व-सहायता समूहों को अण्डा उत्पादन व्यवसाय से जोड़ा जायेगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने गुरूवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक में अधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत कार्य-योजना तैयार कर एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। इस बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस. जयवर्धन सहित राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारी, कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी, आदिवासी विकास, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को क्लस्टरवार अण्डों की मांग तथा आपूर्ति के लिये इकाईयों की स्थापना पर विस्तृत सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।

बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले के आश्रम-छात्रावासों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, बालगृहों में आने वाले बच्चों में सुपोषण के लिये अण्डा महत्वपूर्ण प्रोटीनयुक्त भोजन है। गर्भवती महिलाओं और कुपोषित किशोरी बालिकाओं को भी अण्डा दिया जा रहा है। सुपोषण अभियान की सफलता के लिये जिले में प्रतिमाह लगभग दो लाख अण्डों की आवश्यकता है। इतनी बड़ी संख्या में अण्डों की आपूर्ति के व्यवसाय से स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को जोड़कर उनके लिये रोजगार का एक नया अवसर बनाया जा सकता है। कलेक्टर ने अण्डा उत्पादन के लिये स्व सहायता समूहों की महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाने, मुर्गियों और चूजों की देखभाल के साथ-साथ उत्पादित अण्डों की मार्केटिंग के लिये भी कार्य-योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् जिले मंे संचालित सभी बीस क्लस्टरों में अण्डा उत्पादन के लिये महिला समूहों का चयन करने और उन्हें जरूरी मार्गदर्शन देने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।

कलेक्टर ने जिले में अत्याधुनिक पोल्ट्रीफार्म स्थापना की जरूरत भी जताई ताकि सुपोषण अभियान के लिये जरूरी मात्रा में अण्डों की आपूर्ति स्थानीय स्तर पर ही की जा सके। उन्होंने इस पोल्ट्रीफार्म की स्थापना के लिये भी विस्तृत कार्य-योजना तैयार करने, भूमि चयन कर कर्मचारियों आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी पशुपालन विभाग के अधिकारियों को दिये।

मुनगा से हटेगा एनीमिया, मुनगा का पाउडर बनाने लगेगी इकाईः- जिले के एनीमिया ग्रसित सभी मरीजों में खून की मात्रा बढ़ाने के लिये स्थानीय स्तर पर उपलब्ध मुनगा का अलग-अलग रूपों में उपयोग किया जायेगा। मुनगे की भाजी के साथ-साथ फलों की सब्जी के उपयोग को प्रोत्साहित किया जायेगा। इसके साथ ही मुनगे की पत्तियों और फलों को सूखाकर उनका पाउडर बनाकर उपयोग करने की भी योजना जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज की बैठक में मुनगे के उपयोग से एनीमिया हटाने की मुहिम को कार्यरूप देने पर अधिकारियों से गहन विचार-विमर्श किया। उन्होंने जिले में मुनगा पेड़ों की सघनता का सर्वे करने के निर्देश दिये। अधिक मात्रा में मुनगा के पेड़ मिलने वाले क्लस्टरों में पत्तियों और पौधों को सूखाकर उनका पाउडर बनाने की छोटी इकाईयॉं लगाने की भी जिला प्रशासन की योजना है। मुनगा के अलग-अलग भागों के इस सूखे पाउडर को आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों और आश्रम-छात्रावासों में बनने वाले मध्यान्ह भोजन के चावल में निर्धारित मात्रा में डालकर बच्चों को खिलाया जा सकेगा। इसके साथ ही एनीमिक महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को भी यह पाउडर अलग-अलग व्यंजनों में उपयोग के लिये दिया जा सकेगा।

जिले में संचालित मिशनशक्ति के तहत् पहचान की गई लगभग एक लाख से अधिक एनीमिक महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं द्वारा आगामी विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुनगा के पौधों के रोपण की भी योजना जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई है। इसके लिये पर्याप्त मात्रा में मुनगे के पौधे तैयार करने की जिम्मेदारी उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को दी गई है। जिले में उद्यानिकी विभाग की पॉच नर्सरियों में मुनगे के यह पौधे तैयार होंगे। इन पौधों को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एनीमिक महिलाओं को वितरीत किया जायेगा। महिलायें इन पौधों को अपने घरों की बाडि़यों या अन्य उपर्युक्त स्थानों पर लगाकर उनकी देखरेख करेंगी और पौधों के बढ़ जाने पर उनकी पत्तियों और फलों का उपयोग स्वयं तथा अन्य एनीमिक मरीजों में खून की मात्रा बढ़ाने में किया जा सकेगा।

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Gopal Krishna Naik

Editor in Chief Naik News Agency Group

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