समय सीमा में पूरा करें निर्माण कार्य, कलेक्टर सिन्हा ने ठेकेदारों को दिए निर्देश
रायगढ़। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा विभागीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विभागीय समीक्षा बैठक लेने के साथ ही फील्ड निरीक्षण कर। इसी क्रम में कलेक्टर सिन्हा ने कल शिक्षा और ट्राइबल विभाग की बैठक लेकर समीक्षा की और जरूरी निर्देश दिए थे। जिसके बाद आज वे इन विभाग की संस्थाओं के निरीक्षण में लैलूंगा विकासखंड के सघन दौरे पर रहे। यहां उन्होंने स्कूल, छात्रावास, आंगनबाड़ी केंद्र में व्यवस्थाएं देखी।
कलेक्टर सिन्हा लैलूंगा ब्लॉक के लारीपानी कन्या आश्रम के निरीक्षण में पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चों की कक्षाएं और उनके कमरे देखे। बच्चों के कमरों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने अधीक्षिका से कहा कि पालक अपने बच्चों को यहां काफी उम्मीदों के साथ छोड़ते हैं। शासन के द्वारा सभी जरूरी संसाधन मुहैय्या कराए जा रहे हैं। भवनों की रिपेयरिंग भी की जा रही है। इसके बाद आश्रम छात्रावास में बच्चों को बेहतर सुविधाएं और रहने का अच्छा माहौल मिले यह आपकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि तत्काल व्यवस्था सुधार लें नही तो कार्यवाही के लिए तैयार रहें। उन्होंने बच्चों के लिए कमरों में पर्याप्त मच्छरदानी, पंखे और खिड़कियों में नेट लगाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए। कलेक्टर सिन्हा ने इसके साथ ही आश्रम के शौचालय में वेंटिलेशन की समुचित व्यवस्था के साथ अच्छे से मरम्मत करने के लिए भी ठेकेदार को निर्देशित किया। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि निर्माण कार्य के लिए मांग अनुसार राशि दी जाती है। उससे गुणवत्तापूर्वक काम करवाएं। बच्चों को असुविधा नहीं होनी चाहिए, अन्यथा कार्यवाही होगी। इस दौरान उन्होंने वहां निवासरत बच्चियों से भी बात की और उनके पढ़ाई लिखाई और खान पान के बारे में जानकारी ली।
कलेक्टर सिन्हा ने इसके पश्चात् लैलूंगा के निर्माणाधीन पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास परिसर का भी अवलोकन किया। कार्य की प्रगति की जानकारी लेते हुए कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि अगस्त माह के पहले सप्ताह में कार्य पूर्ण कर लें। उन्होंने छात्राओं के लिए बने कॉमन रूम में बैठक व्यवस्था और परिसर में प्लांटेशन करवाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शौचालय का निर्माण अच्छे से करने के निर्देश दिए।
स्कूलों का भी किया निरीक्षण, शेष कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश
लैलूंगा दौरे पर कलेक्टर सिन्हा ने स्कूलों के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। उन्होंने लारीपानी के प्राथमिक शाला का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से हुए काम को देखा। कलेक्टर श्री सिन्हा ने निर्माण कार्य के पश्चात् स्कूल की बिजली फिटिंग की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूल में बच्चों से पढ़ाई लिखाई के बारे में भी जानकारी ली और उन्हें खूब मन लगाकर पढऩे के लिए कहा। कलेक्टर सिन्हा ने लारीपानी में स्वामी आत्मानंद स्कूल भवन के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने भवन में अब तक हुए काम के बारे में जानकारी ली। बताया गया कि काम अंतिम चरण में चल रहा है, फ्लोर का काम बाकी है। कलेक्टर सिन्हा ने सभी कार्य 15 अगस्त के पहले पूरा करने के निर्देश दिए।
मितान केंद्र में प्रतियोगी परीक्षा के लिए एक्सपट्र्स से करवाएं रेगुलर क्लास
कलेक्टर सिन्हा ने लैलूंगा के मितान केंद्र का भी निरीक्षण किया। यहां छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। बताया गया कि यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें, मंथली मैगजीन की व्यव्स्था है। कंप्यूटर विथ इंटरनेट और फोटोकॉपी मशीन भी यहां मौजूद है। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि इससे क्षेत्र के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का अच्छा माहौल मिलेगा। उन्होंने यहां क्लास लेने के लिए एक्सपर्ट की व्यवस्था कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए रेगुलर क्लास करवाने के निर्देश दिया। इसके साथ ही बच्चों के सेल्फ स्टडी और क्लासरूम के लिए अलग अलग व्यवस्था करने के लिए कहा।
कुपोषित बच्चों की मॉनिटरिंग करें सुपरवाइजर, जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी जरूरी
कलेक्टर सिन्हा ने लारीपानी के आंगनबाड़ी केंद्र का भी मुआयना किया। यहां दर्ज बच्चे तथा उनमें से गंभीर कुपोषित बच्चों और उनको दिए जा रहे पोषक आहार के बारे में जानकारी ली। गंभीर कुपोषित बच्चों के नियमित रूप से आंगनबाड़ी नहीं आने को उन्होंने गंभीरता से लेते हुए गहरी नाराजगी जताई। उक्त बच्चों के पालकों को समझाइश देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को ऐसे बच्चों को पोषण आहार के साथ अंडा प्रदान करने तथा घर भेंट कर उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने गांव के सरपंच से कहा कि कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य सुधारने के लिए विभागीय प्रयासों के साथ जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी बेहद अहम है।