शायद ही कोई ऐसा दिन बीते जिस दिन समाचार पत्रों में आत्महत्या के मामले न छपते हों। छोटी-छोटी बातों पर लोग जिंदगी को दांव पर लगा देते हैं। हम यह भूल जाते हैैं कि जीवन कितना अनमोल है या ऐसा करने पर स्वजन पर क्या बीतती होगी…
शादी के लिए युवती का परिवार दो विवाह किया था कुछ समय पश्चात करने कि बात को लेकर प्रेमी जोड़े ने खाया जहर
खरसिया। जिले के फरकानारा ग्राम में एक प्रेमी जोड़े की लाश जंगल में मिली है। दोनों ने कीटनाशक पदार्थ खाकर अपनी जान दे दी। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद लोगो ने जोबी चौकी पुलिस को घटना की सुचना दी। मौके पर पहुंची जोबी चौकी प्रभारी थानुराम नायक ने मामला दर्ज कर दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल खरसिया भिजवा दिया।
जोबी चौकी प्रभारी थानुराम नायक से मिली जानकारी अनुसार युवक और युवती बीएससी फाइनल ईयर के स्टूडेंट थे। दोनों कालेज अलग अलग-अलग था चंद्रशेखर राठिया (22) डोमनारा निवासी का कुछ सालों से जमुना राठिया (22) फरकानारा रहवासी के साथ जान परिचय था। दोनों शादी करना चाहते थे। इसी के चलते प्रेमी जोड़े ने अपने घर वालों को भी अपने पसंद की बात बताई थी। इस पर युवक के घर वाले युवती जमुना के घर दोनों के रिश्ते की बात भी करने के लिए गए थे, लेकिन युवती के परिजनों ने अभी घर में दो शादी का चुके हैं तो कुछ दिन बाद में बात करने की बात कहते हुए उन्हें टाल दिया। जिसके बाद दोनों प्रेमी जोड़े बहुत निराश हो गए। उन्हें लगा कि उन दोनों के रिश्ते से परिजन खुश नहीं हैं।
इस घटना के बाद बुधवार तड़के 03 बजे युवक-युवती अपने घर से बहाना बनाकर निकले। वे पास के ही जंगल में गए और कीटनाशक दवा का पी कर अपनी जान दे दी। युवक-युवती घर नहीं लौटे,तो उन्हें ढूंढना शुरू किया। इस बीच मृतका का भाई गंगा कुमार राठिया अपने दोस्तों के साथ शौच करने जंगल की ओर गया था,जहां उसने बहन जमुना और युवक चंद्रशेखर की लाश देखा। मृतका के भाई ने गांव वालों और पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची जोबी चौकी पुलिस न मामला दर्ज कर लिया है।
पीएम रिपोर्ट के उपरांत ही मृत्यु की स्पष्ट जानकारी हो पाएगा परंतु प्रथम दृष्टया देखने से जहर का सेवन का लगता है नाक मुंह से झाग और पास में पड़े बोतल से तेज जहर का तेज गंध आ रहा था इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि जहर पीने के कारण ही दोनों की मृत्यु हुई है…
युवा कर रहे अधिक आत्महत्या…?
आत्महत्या के आंकड़ों में बड़ी संख्या युवाओं की है। आत्महत्या के 70 प्रतिशत केस 40 साल से कम आयु के युवाओं के हैं। सहनशीलता की कमी इसका बड़ा कारण कारण है। मानसिक अवसाद, तनाव घरेलू झगड़े,निजी संबंधों में खटास,पढ़ाई या तनाव व नशे की लत प्रमुख कारण हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
जब भी आत्महत्या का विचार आए तो किसी अपने से बात करें। उन चीजों की तलाश करें जो आपको खुशी देती हैं। याद रखें कि कई लोगों को खुदखुशी करने के विचार कभी-कभी आते हैं और उनमें से काफी लोग उनसे बचने का हल ढूंढ लेते हैं। इसलिए अपनी समस्याओं को दूसरों के साथ शेयर करें। अपने आस-पास किसी बंदूक,चाकू या किसी खतरनाक हथियार या ड्रग आदि को न रखें।