छत्तीसगढ़
फर्जी वनसमिति बनाकर लाखों निकाले,बीटगार्ड के बाद अब तीन डिप्टी रेंजर निलंबित…
मरवाही। छत्तीसगढ के मरवाही के बहुचर्चित नेचर कैम्प घोटाले के मामले में आखिरकार कार्यवाही शुरू हो गई है। पहले 42 लाख के घोटाले के मास्टरमाईंड बीटगार्ड सुनील चौधरी के निलंबन के बाद अब बिलासपुर सीसीएफ राजेश चंदेले ने तीन डिप्टी रेंजर को निलंबित कर दिया है.
दरअसल, मामला मरवाही के नेचर कैंप और साल्हेकोटा वन प्रबंधन समिति से जुड़ा हुआ है, जहां मरवाही रेंज के साल्हेकोटा वनप्रबंधन समिति अंतर्गत आने वाले नेचर कैम्प गगनई में नेचर कैम्प प्रबंधन समिति जामवंत माड़ा गगनई के नाम से फर्जी वनसमिति गठित कर लाखों की राशि निकाल ली गई थी। जिसकी 42 लाख के घोटाले की शिकायत वनप्रबंधन समिति साल्हेकोटा के अध्यक्ष द्वारा डीएफओ कार्यालय समेत पुलिस अधीक्षक से की गई थी।
पहले हो चुकी है बीटगार्ड पर कार्रवाई
इसमें सीसीएफ के निर्देश पर बिलासपुर डीएफओ कुमार निशांत समेत त्रिस्तरीय जांच समिति गठित की गई थी, साथ ही मरवाही डीएफओ ने घोटाले के आरोपी बीटगार्ड सुनील चौधरी को पहले ही निलंबित कर दिया था।
डिप्टी रेंजर द्वारिका रजक, अश्विनी दुबे और इंद्रजीत कंवर पर हुई कार्रवाई
अब जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर बिलासपुर सीसीएफ राजेश चंदेले ने ऐठी के डिप्टी रेंजर द्वारिका रजक, मरवाही के दो डिप्टी रेंजर अश्विनी दुबे और इंद्रजीत कंवर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।