आरोपी युवक को अधेड़ की हत्या और नाबालिग बालिका के अपहरण व दुष्कर्म में भेजा गया रिमांड पर
तमनार पुलिस हत्या का अपराध दर्ज कर दो आरोपियों को ली हिरासत में
खून लगे कपड़ो को पॉलीथिन में भरकर फेंके तालाब में, पुलिस तालाब में खोजबिन कर जप्त की कपड़े और कई महत्वपूर्ण साक्ष्य
विधि के साथ संघर्षरत बालिका को भेजा गया बाल किशोर न्यायालय
रायगढ़। कल दिनांक 16.11.2022 को थाना तमनार के इंदिरा नगर के एक मकान अंदर अधेड़ व्यक्ति का रक्त रंजित शव पड़े होने की सूचना थाना प्रभारी तमनार उप निरीक्षक जी.पी. बंजारे को मिला । थाना प्रभारी वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए अपने स्टाफ के साथ घटनास्थल पहुंचे । प्रथम दृष्टया मामला हत्यात्मक प्रतीत होने पर थाना प्रभारी तमनार द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर मर्ग पंचानामा कार्यवाही कर संदिग्धों की पतासाजी में लग गई, दोनों संदिग्ध युवक और लड़की ग्राम मेढरमार, लैलूंगा से फरार होने की फिराक में थे । दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ किये जाने पर संदेही युवक पीतांबर चौहान (22 साल) अपने चाचा रामकुमार चौहान की हत्या कर घटना का वृतांत बताया ।
वहीं घटना के संबंध में कल शाम थाना तमनार में सावित्री नगर में रहने वाली महिला श्रीमति सरस्वती चौहान (40 वर्ष) उसके पति रामकुमार चौहान (45 साल) का उसके भतीजे पीताम्बर चौहान पिता धरम चौहान उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम मेढ़रमार थाना लैलूंगा द्वारा हत्या किये जाने की शंका जाहिर कर रिपोर्ट दर्ज कराया गया है ।
रिपोर्टकर्ता श्रीमति सरस्वती चौहान बतायी कि रामकुमार चौहान के साथ समाजिक रीति रीवाज के शादी हुई है, रामकुमार दर्जी का काम करता था जो शराब पीने का आदी था । सरस्वती चौहान बताई कि इनका इंदिरा नगर तमनार में पुराना मकान था जिसे करीबन 3 साल पहले रामकुमार ने शीतल बेहरा तमनार के पास बेच दिया हैं फिर भी उस घर में कभी-कभी रामकुमार आना जाना करता था । बीते गुरूवार के दिन दोनों पति-पत्नी अपने रिस्तेदारी में ग्राम भकुर्रा गये थे । वहां से रविवार को दोनों साथ में मेढरमार, लैलूंगा तक बस में आये । राकुमार बोला कि रिश्तेदार के घर रूककर आउंगा, तब सरस्वती अकेले रायगढ़ के लिये निकल गई और रामकुमार मेढरमार में रूक गया । रामकुमार के पास मोबाइल नहीं था, दिनांक 15.11.22 को कई बार रामकुमार दूसरे के मोबाईल से अपनी पत्नी सरस्वती को कॉल कर बात किया । रामकुमार के साथ के साथ भतीजा पीताम्बर चौहान और उसके साथ आयी एक लड़की भी थी । उसी लड़की के मोबाईल से रामकुमार अपनी पत्नी से बात किया था । दूसरे दिन उस लड़की और पीतांबर के मोबाइल से सरस्वती का बात नहीं हुआ, शाम लगभग 4.00 बजे तमनार में रहने वाली सरस्वती की परिचित भतीजी मोबाइल पर कॉल कर सरस्वती को बतायी कि रामकुमार इंदिरा नगर तमनार में जिस घर में रूका है उसका बाहर से ताला बंद है आवाज देने पर कोई आवाज नहीं आ रहा है । तब जानकारी लेने तमनार इंदिरानगर गई, पडोसी के बाडी तरफ से पीछे के रास्ते अंदर गई तो देखी रामकुमार का शव बगल वाले मकान के दरवाजे के पास पेट के बल पडा था, आसपास के फर्श, दीवाल में खून फैलकर सूखा हुआ था रामकुमार के सिर में चोट का निशान दिखाई दे रहा था । सरस्वती बाई द्वारा उसके पीताम्बर चौहान पर हत्या की शंका किया गया
थाना प्रभारी तमनार उप निरीक्षक जी.पी. बंजार मामले में हत्या का अपरध पंजीबद्ध कर संदेही पीताम्बर चौहान एवं उसके साथ रही लड़की की पतासाजी करते हुये दोनों को ग्राम मेढ़रमाल में पकड़े, दोनों कहीं फरार होने की फिराक में थे ।
घटना के संबंध में संदेही पितांबर घटना स्वीकार कर अपने मेमोरेंडम में बताया कि वह लैलूंगा क्षेत्र की लड़की को भगाकर साथ रखा था । उसका चाचा रामकुमार गांव मेढ़रमार घर में आया तो बोला कि लड़की को इंदिरा नगर तमनार के पुराने मकान में रखो और रामकुमार के कहने पर तीनों तमनार इंदिरा नगर मकान में आए । 15 नवंबर घटना की रात को चाचा के साथ शराब पिया, चाचा रामकुमार 3,000 रुपए चोरी कर छुपा लिया था, काफी पूछे नहीं बताया । तब लड़की के साथ मिलकर चाचा का हाथ पैर को रस्सी से बांधकर मारपीट पूछे, नहीं बताने पर । दोनों ईट से रामकुमर के सिर में कई बार मारे तब राम कुमार मर गया । घर में सब तरफ खून बिखरा पड़ा था जिसे एक कपड़ा से पोंछे और उस कपड़ा को पॉलीथिन में डालकर तमनार से लैलूंगा भागते समय इंदिरानगर के तालाब में फेंक दिये । आरोपी के मेमोरेंडम पर थाना प्रभारी तमनार द्वारा स्थानीय युवकों की मदद से तालाब में खोजबीन कर कपड़ा को तालाब से सुरक्षित बरामद किया गया है और आरोपी के घर में घटना के समय पहने कपड़े शर्ट, जींस और स्वेटर, पीले रंग की दो रस्सी को गवाहों के समक्ष जप्त कर आरोपी पीताम्बर चौहान पिता धरम चौहान उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम मेढ़रमार थाना लैलूंगा एवं विधि के साथ संघर्षरत बालिका को हत्या के अपराध में अभिरक्षा में लिया गया । कार्रवाई में थाना प्रभारी तमनार उप निरीक्षक जी.पी. बंजारे, प्रधान आरक्षक पारसमणी बेहरा, अनुप कुजूर, देव कुमार राठिया, महिला प्रधान आरक्षक उषारानी, आरक्षक कमलेश राठिया, मुंडन लकड़ा, बसंत कुमार, महिला आरक्षक संगीता राठिया की प्रमुख भूमिका रही है ।
आरोपी पितांबर चौहान जिस लड़की (विधि के साथ संघर्षरत बालिका) को लैलूंगा क्षेत्र से 08 नवम्बर की रात बहला फुसलाकर भगा कर लाया था । लड़की के माता-पिता लड़की के गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना लैलूंगा में दर्ज कराएं हैं । मामले में आरोपी पितांबर चौहान पर अपहरण (धारा 363 आईपीसी) का अपराध दर्ज किया गया था । थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक नारायण सिंह मरकाम द्वारा अपहृत बालिका की दस्तयाबी कर उसके कथन उपरांध मामले में आरोपी के विरूद्ध दुष्कर्म एवं पाक्सो एक्ट की धारा विस्तारित कर आरोपी की गिरफ्तारी की गई है ।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा निर्देशन तथा एएसपी संजय महादेवा व एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के महत्वपूर्ण मार्गदर्शन पर हत्या के अपराध में शीघ्र पकड़े गये विधि के साथ संघर्षरत बालिका को हत्या तथा आरोपी पितांबर चौहान को तमनार के हत्या एवं थाना लैलूंगा के दुष्कर्म एवं पाक्सो एक्ट के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है ।