लगातार बढ़ रही हैं डॉग अटैक की घटनाएं,कुत्ते के काटने पर सबसे पहले करें ये काम,नहीं फैलेगा इंफेक्शन…
ज्यादातर लोगों को कुत्ता पालना पसंद होता है। कुछ लोगों को कुत्तों से इतना लगाव होता है कि वे उनके साथ अपने घर के सदस्यों की तरह व्यवहार करते हैं। हालांकि, अगर ये कुत्ते किसी को काट लें तो रेबीज जैसा खतरनाक संक्रमण होने का खतरा रहता है। अक्सर आपने सुना होगा कि कुत्ता काट ले तो पेट में 14 इंजेक्शन लगवाए जाएंगे। हालांकि 14 इंजेक्शन नहीं दिए जाते हैं, लेकिन फिर भी कुत्तों से सावधान रहना चाहिए। जहां कुछ लोगों को कुत्ते पालने का शौक होता है वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें कुत्तों से बहुत डर लगता है। वैसे कुत्तों के बड़े और नुकीले दांत देखकर डरना भी स्वाभाविक है। आज हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप इसे प्राथमिक उपचार के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं और संक्रमण को बढ़ने से रोक सकते हैंदरअसल पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से पालतू कुत्तों के खतरनाक हमले की खबरें आ रही हैं, उससे लोगों में कुत्तों को लेकर खौफ पैदा हो गया है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन घटनाओं को देखते हुए ‘दिल्ली नगर निगम’ ने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है.
कुत्ते के काटने पर रेबीज होने का खतरा रहता है। ऐसे में डॉक्टर के पास जाने से पहले प्राथमिक उपचार के तौर पर कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। इसके लिए अगर किसी व्यक्ति को कुत्ते ने काट लिया है तो उस जगह को तुरंत पानी और माइल्ड सोप से धो लें, जहां कुत्ते ने काटा हो। काटने वाली जगह को कम से कम दस मिनट तक धोने से वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।रेबीज वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, कुत्ते के काटने वाले क्षेत्र को पानी से अच्छी तरह से धोकर सुखा लें, फिर काटने वाली जगह पर एक अच्छी एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं। इससे वायरस नहीं फैलेगा। अगर एंटीसेप्टिक क्रीम नहीं है तो आप एल्कोहल या आयोडीन यानि नमक भी लगा सकते हैं।वायरस को फैलने से रोकने के लिए पहला इलाज किया जाता है, लेकिन उसके बाद वैक्सीन मिलने में देर नहीं लगती। कुत्ते के काटने और प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाएं। इससे आपको रेबीज फैलने का खतरा नहीं होगा।