हाट-बाजार क्लीनिक से मिल रहा लाभ
रायगढ़. सीएचएमओ ने बताई कि स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने की उनकी पहली प्रथमिकता है। जिसके तहत उन्होंने इन दिनों हाट-बाजार को प्रमुखता से देख रही हैं ताकि हर तबके के लोगों को सही और सुगम उपचार उपलब्ध मिल सके।
इस संबंध में सीएचएमओ डॉ मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि शासन द्वारा मेडिकल मोबाइल वैन के जरिए गली-मोहल्ले व हाट बाजार सभी जगह स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। जिसका मूर्त रूप देने के लिए अधिकारियों को लगाया गया है। जिससे इसका लाभ लोगों को मिल रहा है।
वहीं गली-मोहल्लों में पहुंचकर मोबाइल मेडिकल वैन मरीजों का जांच कर रही है और उन्हें नि:शुल्क दवाई भी उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा ले रहे हैं, जिससे उनको आर्थिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ऐसे मेडिकल मोबाइल वैन के जरिए स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ की निगरानी सीएचएमओ द्वारा की जा रही है, साथ ही हर दिन कितने लोगों को लाभ मिल रहा है इसका डाटा तैयार कराया जा रहा है। शासन की इस योजना को मूर्त रूप देने में विभागीय अधिकारियों द्वारा हाट-बाजार से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक का जांच जारी है।
जिले में संचालित स्वास्थ्य सुविधा को दुरुस्त करने के लिए इन दिनों नव पदस्थ सीएचएमओ डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने पूरी जोर लगा दी है। इसके तहत लगातार बैठक और उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों की निगरानी खुद कर रही है।
डेंगू से निपटने की तैयारी शुरू
इस संबंध में सीएचमएमओ ने बताई कि वर्ष 2016 में रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में भीतर डेंगू का प्रकोप काफी बढ़ गया था। उस समय उन्होंने जांच के लिए रायगढ़ पहुंची थी। ऐसे में अब जिले का प्रभार मिलने के बाद अभी से डेंगू को लेकर सजग हो गई है। साथ ही अभी दो दिन पहले निगम के अधिकारियों के साथ बैठकर कर साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। साथ ही उन्होनें बताया कि नवंबर माह डेंगू के लिए पिक समय होता है, ऐसे में अगर अभी से तैयारी रहेगी तो इससे बचा जा सकता है।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत जिले में हाट बाजार क्लीनिक चलाया जा रहा है, ताकि अंतिम व्यक्ति तक इसका लाभ पहुंच सके, लेकिन इसके बाद भी कई लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में सीएचएमओ डॉ. मधुलिका सिंह इन दिनों लगातार जांच कर रही है। साथ ही कर्मचारियों को शख्त निर्देशित किया है कि हर दिन जितने लोगों को उपचार हो रहा है इसका डाटा तैयार कर प्रेषित करें। इस संबंध में सीएचएमओ से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि आज कल ज्यादा लोग बीपी, शुगर के चपेट में आ जा रहे हैं, जो झोलाछाप डाक्टरों के संपर्क में आकर आर्थिक परेशानियों का सामना करना रहे हैं। ऐसे में अगर हाट-बाजार के तहत उपचार कराते हैं तो उनको बेहतर लाभ होगा।