
रायगढ़. इन दिनों मालगाड़ियों की संख्या में इतना इजाफा हो गया है कि, यात्री ट्रेनों के लिए जगह नहीं बच रही है, जिसके चलते यात्री ट्रेनों को छोटे-छोटे स्टेशनों में घंटों भर खड़ा कर दिया जाता है, जिसके चलते अपने गंतब्य तक जाने में 8 से 10 घंटा देरी से पहुंच रही है।
वहीं यात्री तो परेशान होते ही हैं इसके साथ ही वापसी के समय में भी उक्त ट्रेन को विलंब हो जाती है, जिसके चलते यात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। विगत तीन साल पहले कोविड के समय में रेलवे विभाग द्वारा सभी यात्री ट्रेनों के परिचालन को बंद कर सिर्फ मालगाड़ियों का परिचालन हो रहा था, जिससे कोविड काल में रेलवे को भरपुर राजस्व लाभ हुआ है। जिसके बाद से रेलवे द्वारा माल ढुलाई में ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, जिसके चलते इन दिनों मालगाड़ियों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। वहीं कभी-कभी तो ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है कि यात्री गाड़ियों को जाने के लिए ट्रेक नहीं मिल पा रहा है, जिससे घंटों विलंब से रवाना किया जाता है।
रविवार को सुबह कुछ ऐसी ही स्थिति निर्मित हुई, यहां की सभी ट्रेक मालगाड़ियों से भर गया था, इसके साथ ही कुछ माल गाड़ियाें को किरोड़मलनगर में भी खड़ा किया गया था, जिसके चलते कोलकाता की ओर से आने वाली करीब आधा दर्जन यात्री ट्रेनों को एक नंबर प्लेटफार्म से निकालना पड़ा। वहीं रेलवे सूत्रों की मानें तो अगर इन ट्रेनेां को डाउन लाइन से नहीं निकाली जाती तो घंटों देर तक इन ट्रेनों को इंतजार करना पड़ता।
इस दौरान यात्रियों को होना पड़ा परेशान
इस संबंध में स्टेशन पहुंचे यात्रियों ने बताया कि हमेशा कोलाकाता की तरफ से आने वाली यात्री ट्रेने हमेशा दो नंबर या तीन नंबर प्लेटफार्म से गुजरती है, जिससे हमेश यात्री पहले से जाकर दो नंबर प्लेटफार्म पर बैठ जाते हैं, ताकि दिक्कत न हो। ऐसे में रविवार को भी सभी यात्री पहुंच गए थे, लेकिन ऐन वक्त में अलाउंसमेंट किया जा रहा था कि ये ट्रेेने एक नंबर प्लेटफार्म पर आएगी, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच जा रही थी।
इस दौरान सामान्य लोग आराम से चले जा रहे थे,लेकिन बुजर्ग व बीमार व्यक्तिों के साथ उनके परिजनों को भी परेशान होना पड़ा।




