दो दिन पूर्व 20 सितम्बर को अहिरन नदी जुराली के मल्दा घाट मुस्लिम कब्रिस्तान समीप नदी के बीचोबीच एक अधेड़ व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली थी।
इसकी शिकायत धर्मेंद्र जायसवाल द्वारा कटघोरा थाना में की गई। कटघोरा पुलिस द्वारा जिसकी पहचान थान सिंह के रूप में कई गई थी।
जोकि उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद थाना माखनपुर का रहने वाला था। मृतक थान सिंह आलू, प्याज़ का थोक व्यापारी था जोकि आलू लेकर कटघोरा के व्यवसायी को बेच कर कुछ दिनों से पूछा पारा में एक मकान में रुका हुआ था। थान सिंह हर दो तीन महीने में कटघोरा अपना आलू का व्यापार करने आया करता था। जिसकी वजह से थान सिंह कटघोरा स्थित इंद्रजीत लॉग में रहा करता था। उसके यहां रहने से आलू व्यवसायी के नॉकरों से से परिचय भी बन गया था।
18 सितम्बर को थान सिंह व पुछापारा निवासी छत्रपाल यादव दोनों ने मिलकर खूब शराब पी और उसके बाद फिर से शराब लाने के लिए थान सिंह को आमाखोखरा भेजा। थान सिंह जब शराब लेकर पुछापारा पहुंचा तो फिर से दोनों ने शराब पी और छत्रपाल यादव का थान सिंह में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। जिससे छत्रपाल यादव आवेश में आकर पहले थान सिंह के गुप्तांग पर पैर से जोरदार वार किया उसके बाद थान सिंह के गले को दबाकर उसको मौत के घाट उतार दिया।
आरोपी छत्रपाल यादव डर की वजह से थान सिंह के शव को अपने घर पर 24 घण्टे रखने के बाद अपने साथी इंद्रपाल यादव तथा आमाखोखरा निवासी बबलू यादव को पैसों का लालच देकर 19 सितम्बर की रात तीनों मिलकर लाश रात के अंधेरे में लाश को ठिकाने के लगाने की नियत से उसे बाइक में लेकर अहिरन नदी में फेंक दिया। और छत्रपाल यादव इस हत्या से बचने के लिए मृतक थान सिंह के मोबाइल को अपने पास रख लिया और उसके सिम कॉर्ड को वहीं फेंक दिया। कटघोरा पुलिस ने शिकायत पर मर्ग कायम कर लाश को बरामद कर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया और मृतक के परिजनों को सूचित किया गया। कटघोरा पुलिस ने इस मामले की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी।
जिला पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देश पर SDOP कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी के मार्गदर्शन में कटघोरा थाना प्रभारी अश्विन राठौर द्वारा मामले पर विवेचना शुरू कर दी। मृतक थान सिंह की प्रथम पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर गला घोंटकर मौत होना बताया गया। जिस पर थाना प्रभारी आश्विन राठौर हरकत में आते हुए उन्होंने टीम गठित कर जॉच शुरू की। गहन जांच में तथा मुखबिरों की सूचना पर कटघोरा पुलिस ने तीनों आरोपी छत्रपाल यादव, इंद्रपाल यादव व बबलू यादव को संदेही के रूप में गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पहले इन्होंने हत्या करने से इंकार करने लगे। कड़ी पूछताछ में इन्होंने हत्या करना स्वीकार किया। और इनके पास से लाश को ठिकाने में उपयोग की मोटर सायकिल व 1020/- रुपये नगद बरामद किया गया। कटघोरा पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
कटघोरा पुलिस द्वारा इस हत्या की गुत्थी को सलझाने में कटघोरा थाना प्रभारी अश्विन राठौर,एएसआई जितेंद्र यादव, बिसोहन चन्द्रा, प्र आरक्षक संदीप पांडेय, चन्द्रपाल खाण्डे, आरक्षक शिवशंकर सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।