रायपुर । लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गये सभी शातिर आरोपी उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले है।
दरअसल बिरगांव के रहने वाले अमृत लाल देवांगन ने बीरगांव थाने मे लोन दिलाने के नाम पर ठगी की शिकायत दर्ज करायी थी। शिकायत में पीड़ित ने बताया था कि उसके मोबाइल पर 7 जून को फोन आया था। आरोपी ने खुद को मुद्रा फायनेंस प्रा.लि चंडीगढ़ बैंक का अधिकारी बताकर लोन दिलाने की बात कही थी।
इसके बाद आरोपी ने पीड़ित को झांसे में लेकर मुद्रा लोन का एप्लिकेशन भेजा और इसके एवज में आरोपियों ने 2500 रूपए लिये। ऐसे ही आरोपी ने ऑन्लाइन एग्रिमेंट, डिमांडड्राफ और फाईल लैप्स के नाम पर पीड़ित से 1 लाख 45 हजार 7 सौ रूपए अलग अलग एकाउंट में जमा कराये। काफी दिन बीत जाने के बाद भी जब पीड़ित को पांच लाख का लोन नहीं मिला तो खुद को ठगा हुआ महसूस कर इसकी शिकायत बिरगांव थाने में दर्ज करायी। पीड़ित की शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुये एएसपी अजय यादव ने क्राइम एडिशनल एसपी अभिषेक माहेश्वरी के नेतृत्व में उरला थाने को जांच के निर्देश दिये। मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ठगी करने वाले आरोपी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले है, जिसके बाद एक विशेष टीम का गठन कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये टीम रवाना की गयी। आरोपी काफी शातिर थे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने बुलंदशहर से गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया।
पकड़े गये आरोपियों ने पूछताछ में ठगी की वारदात को कबूल कर लिया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया हैं कि ये सभी यूट्यूब, गूगल, फेसबुक जैसे सोशल साईट पर लोन दिलाने वाला विज्ञापन की लिंक अपलोड़ करते थे। जैसे ही इन लिंक को एक्सेस किया जाता है तो सामने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर आरोपियों के पास आ जाता था। इन नंबरों पर आरोपी पीड़ित व्यक्तियों से संपर्क कर उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे।
पकडे गये आरोपियों में नीरज प्रसाद 31 अम्बेडकर नगर बुलंदशहर, आनन्दस्वरूप रूद्री बुलंदशहर, चंद्रवीर शाहपुरकला बुलदशहर उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। पकड़े गये आरोपियों के पास से छह मोबाइल, तीन एटीएम, तीन आधार कार्ड, दो नग पेन कार्ड, पेन ड्राइव सहित कई फर्जी कागजात जब्त किये है। आरोपियों के खिलाफ 179/2020 धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।