रायगढ़। तमनार में महाजेंको के कोल ब्लॉक से प्रभावित 14 गांवों में जमीनों की छोटे टुकड़ों में खरीदी – बिक्री के साइड इफेक्ट अब सामने आने लगे हैं। कलेक्टर ने एसडीएम की रिपोर्ट पर तमनार तहसीलदार माया अंचल को हटाकर भूअभिलेख शाखा में अटैच कर दिया है। उनके स्थान पर विद्याभूषण साव को पदस्थ किया गया है। भू-अर्जन की प्रक्रिया को जानबूझकर गलत तरीके से प्रभावित करने के कई मामले रायगढ़ में सामने आ चुके हैं । सबसे बड़ा उदाहरण एनटीपीसी लारा का भूअर्जन है। अवैध तरीके से पुनर्वास लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से दो डिसमिल तक कृषि भूमि के टुकड़े कर दिए गए। विस्तृत जांच के कारण एनटीपीसी को बड़ा नुकसान होने से बचा लिया गया हालांकि तब तक 200 करोड़ अधिक का भुगतान अपात्रों को हो चुका था। अब यही कहानी तमनार में दोहराई गई है।
भ्रष्टाचार और लापरवाही पर होगी कार्यवाही
तमनार में जमीन घोटाले की चर्चा पिछले दो साल से हो रही थी। अब इसके खुलासे ने कई अफसरों की नींद हराम कर दी है माया अंचल को हटाने के आदेश से कलेक्टर रानू साहू ने कई संकेत दिए हैं। उन्होंने एक तरह से भ्रष्टाचार और लापरवाही के मामलों में कार्रवाई की चेतावनी दी है ।