कलेक्टर संबलपुर से चर्चा कर सुबह हीराकुद के 02 और गेट खोले गए
ओडि़सा सिंचाई सचिव को स्थिति से कराया अवगत, उन्होंने भी 02 और गेट खोलने की दी सहमति
हीराकुद बांध में कुल 46 गेटों से छोड़ा जा रहा है पानी
कलेक्टर श्री सिंह जिले में बाढ़ के हालात में बनाये हुए हैं पूरी नजर
रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह जिले में अतिवृष्टि से उत्पन्न जलभराव की स्थिति में लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कल ही कलमा बैराज का निरीक्षण किया था। जहां सुबह 8 बजे जलस्तर 199.00 मीटर था, जो रात में बढ़कर 200.20 मीटर हो गया। मालूम हो कि 2011 में बाढ़ के समय बैराज में जलस्तर 200.56 मीटर तक पहुंचा था।
इन सब को देखते हुए बैराज में जलस्तर और ना बढ़े इस हेतु कलेक्टर सिंह ने रात को 01 बजे ओडि़सा के मुख्य अभियंता से बात कर रात में ही हीराकुद बांध के 02 और गेट खुलवाए। जिससे कलमा बैराज में जलस्तर 200.20 मीटर पर ही स्थिर है। रात में गेट नही खोले जाने से जलस्तर 2011 के उच्चतम स्तर को पार करने की संभावना थी।
कलेक्टर सिंह ने कलेक्टर संबलपुर से और गेट खोलने के संबंध में चर्चा की, फलस्वरूप सुबह 02 अतिरिक्त गेट खोले गए। इसके साथ ही कलेक्टर सिंह द्वारा उच्च अधिकारियों के माध्यम से संवाद स्थापित कर ओडि़सा प्रशासन के सेक्रेटरी, इरीगेशन को रायगढ़ की स्थिति से अवगत करवाया गया, जिससे वे हीराकुद बांध के 02 गेट और खोलने के लिए सहमत हो गए हैं।
रात से अभी हीराकुद बांध के 06 और गेट खोलने की व्यवस्था हो चुकी है। इस प्रकार हीराकुद बांध के वर्तमान स्थिति में कल खुले 40 और आज 06 सहित कुल 46 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है।
गंगरेल से पानी छोड़े जाने पर भी यहां महानदी में जलस्तर में वृद्धि होती है, अत: कलेक्टर सिंह द्वारा उच्च अधिकारियों से समन्वय कर गंगरेल से अभी पानी नही छोड़े जाने की व्यवस्था की गयी है। इससे यहां जल प्रवाह कम होगा और हीराकुद के ज्यादा गेट खुलने से महानदी के जलस्तर में शीघ्र कमी आएगी।