दो पक्षों में हुई मारपीट घायल पहुंचे अस्पताल

कोसीर थाने में दोनों पक्षों पर मामला दर्ज, आखिर दोषी कौन ?
कोसीर । विगत दिवस 8 अगस्त को रात्रि लगभग 8:00 से 9:00 के बीच कोसीर के टायर पार मोहल्ला में दो पक्षों में गाली-गलौच से शुरू हुई झगड़ा एक दूसरे के लिए बड़ी बात हो गई और दो पक्षों में डंडे से मारपीट हुआ इस झगड़े में एक ही परिवार के 2 लोग घायल हो गए और और उन्हें सारंगढ़ अस्पताल से रायगढ़ अस्पताल रिफर किया गया दोनों के सिर पर गहरा चोट बताया जा रहा है ऐसा क्या हुआ कि दो पक्षों में झगड़ा तूल पकड़ लिया क्या है।

पूरा मामला दोनों पक्षों ने कोसीर थाने में किया शिकायत शिकायत के आधार पर घटना की जानकारी घायल पहुंचे अस्पताल के परिवार के शिकायतकर्ता देव नारायण जायसवाल का कहना है कि नहर पुल में पानी के अंदर गांव का एकादशिया निषाद बबूल का कांटा रखा था जिसे कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा निकाल दिया गया था जब मैं इस पुल के पास पहुंचा तो मुझे सार्वजनिक रूप से एकादशीया द्वारा अश्लील गाली गलौज किया गया तब देवनारायण एकादशिया को जवाब दिया कि मुझे गाली गलौज क्यों देते हो इस दौरान धक्का-मुक्की होती है और इस हल्ला गुल्ला को सुनकर देवनारायण के भाई संतोष जयसवाल और संतोष के पिता पहुंचे तब एकादशिया और उसके परिवार वालों के बीच कहासुनी हुई और दोनों पक्षों में मारपीट हो गया जिसमें संतोष जयसवाल और फेकूराम घायल हो गए इस घटना के गवाह में रुदना बाई जयसवाल ,हरिशंकर कुर्रे और उमेश कोश्ले वहां मौजूद थे देवनारायण की रिपोर्ट पर कोसीर पुलिस ने आरोपी एकादशिया निषाद ,सुकलाल , बनवारी,एतवारु ,दुकालू पर 147 ,294 ,506, 223 का मामला दर्ज कर लिया है।
वहीं एकादशिया निषाद की पत्नी जनकुंवर निषाद की रिपोर्ट पर देवनारायण जायसवाल और संतोष जयसवाल फेंकूँ राम पर 294, 506 ,323 ,34 का मामला दर्ज किया गया है ।
श्रीमती जनकुंवर अपनी शिकायत में कहती हैं कि हम लोग घर पर सभी परिवार खाना खाकर अपने अपने कमरे में थे करीब 9:00 बजे रात को देवनारायण, फेकू ,संतोष मेरे घर सामने आए और अभद्र गाली गलौज देते हुए मेरे परिवार को गाली गलौज किया मैं वहां अकेली थी इस दौरान मेरा देवर दुकालू आया और संतोष और फेकू राम को पूछने लगा कि क्या हो गया क्यों गाली गलौज कर रहे संतोष दुकालू को धक्का मार दिया और पीछे से फेंकूँ ने डंडा से दुकालू को मार दिया झूमा झटकी में मेरा ब्लाउज फट गया है थप्पड़ से मारपीट की इस घटना के समय मेरे मोहल्ले का नरेश कोश्ले ,भेष यादव और भरत यादव वहां उपस्थित थे ।
दोनों पक्षों के बीच ऐसा क्या हो गया कि दोनों पक्ष एक दूसरे के दुश्मन बन बैठे जो जांच का विषय है ।
नहर पार पुल के अंदर रखे बबूल के कांटे को आखिर कौन हटाया इसके वजह से इन दो पक्षों में झगड़ा हुई या झगड़ा का कोई और भी कारण है आखिर दोषी कौन ?




