रायगढ़। सभापति शिक्षा स्थायी समिति एवं उपाध्यक्ष जिला पंचायत रोहिणी प्रताप सिंह राठिया की अध्यक्षता में शिक्षा स्थायी समिति की प्रथम बैठक जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित हुई।
रोहिणी प्रताप सिंह राठिया ने कहा कि शिक्षक ही एक ऐसा केन्द्र होता है जिस पर सभी की आकांक्षा रहती है। कोरोना काल के इस विषम परिस्थिति में बच्चों को ऑनलाईन एवं ऑफलाइन के माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहे शिक्षा विभाग के विभागीय अधिकारियों एवं शिक्षकों के प्रति उन्होंने आभार जताया। उन्होंने शिक्षण कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए गंभीरता से कार्य करने हेतु कहा।
उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षक जो कार्यालयीन कार्य में संलग्न है उन्हें तत्काल उनके पदस्थापना शाला में भेजने एवं विशेष आवश्यक होने पर सप्ताह में 2 दिन अथवा माह में 5-6 दिन ही कार्य लिये जाने तथा शिक्षक विहीन व एकल शिक्षकीय शालाओं में नियमानुसार शिक्षकों की व्यवस्था करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को गणवेश प्राप्त होते ही उसे वितरण करने तथा 15 अगस्त तक सूखा खाद्यान्न वितरण करने हेतु निर्देशित किया।
जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य ने शिक्षा विभाग की विभिन्न शाखाओं एवं कार्यप्रणाली का संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने कहा कि ऑनलाईन पढ़ाई में रायगढ़ जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है तथा ऑफलाईन पढ़ाई, पारा-मोहल्ला, लाउड स्पीकर गुरूजी, बुल्टू के बोल आदि के माध्यम से सुविधा विहीन बच्चों तक भी शिक्षा पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। पाठ्य-पुस्तक वितरण अधिकांश विद्यार्थियों को किया जा चुका है एवं शेष का वितरण कार्य जारी है।
कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन जिला मिशन समन्वयक रमेश देवांगन द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि सीख कार्यक्रम द्वारा पालकों एवं वालेंटियरों के माध्यम से बच्चों को सिखाने का प्रयास किया जा रहा है।
बैठक में शिक्षा स्थायी समिति के सदस्यगण अवधराम पटेल, श्रीमती संतोषी राठिया, श्रीमती संगीता गुप्ता, श्रीमती बिलास तिहारू राम सारथी, समस्त विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक, जिला शिक्षा कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित रहे….