
रायगढ़. गुरुवार सुबह बंगला परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों की नजर उस पर पड़ी तो देखा कि बाथरूम के पास अज्ञात व्यक्ति का शव लटका हुआ है। इसकी सूचना तत्काल कलेक्टर भीम सिंह को देते हुए कोतवाली पुलिस को भी सूचित किया। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंच कर मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई। वहीं उसके पास मिले आधार कार्ड व रेलवे टिकट के आधार पर उसकी शिनाख्त सीतापुर थाना क्षेत्र के रूप में किया गया, जिसके बाद घटना की सूचना उसके परिजनों को दिया, वहीं शाम को परिजनों के आने के बाद बयान दर्ज कर शव का पीएम कराया गया।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सरगुजा जिला के सीतापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तरियापारा निवासी आशीष कुमार एक्का पिता लालसाय एक्का (28 वर्ष) रोजी-मजदूरी करके बंग्लौर से अपने तीन दोस्तों के साथ बुधवार रात करीब 11 बजे रायगढ़ स्टेशन पहुंचा। इस दौरान कुछ देर बाद उसके दोस्त अपने घर सीतापुर जाने के लिए निकल गए, लेकिन आशीष यही छुट गया। इस दौरान आशीष घुमते हुए कलेक्टर बंगला पहुंचा और बाउंड्री के अंदर प्रवेश कर बंगला के पीछे स्थित शौचालय के छत में लगे लोहे के एंगल में बेल्ट से फांसी लगा लिया। गुरुवार सुबह सुरक्षाकर्मियों ने बंगले का भ्रमण कर रहे थे, इस दौरान बाथरूम के पास लटके अज्ञात व्यक्ति का शव देखा तो तत्काल इसकी सूचना कलेक्टर भीम सिंह को देते हुए कोतवाली पुलिस को सूचित किया गया, जिस पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच कर पंचनामा करते हुए शव को अस्पताल के शव गृह में रखवाया गया, साथ ही मृतक का जेब जांच करने पर उसके जेब से उसका आधार कार्ड और ट्रेन का टिकट मिला, जिसके आधार पर पुलिस ने सीतापुर पुलिस से संपर्क किया, जिससे पता चला कि उक्त मृतक युवक सीतापुर के तरियापारा गांव का रहने वाला है। जिससे उसके परिजनों से संपर्क घटना की जानकारी दी गई।
मृतक का पिता लालसाय एक्का से सीतापुर पुलिस पुछताछ की तो उसने बताया कि तरियापारा के ही सतीश एक्का, शीनू बड़ा और एक युवक उसके साथ आ रहे थे, जो अब सीतापुर पहुंचने वाले हैं। ऐसे में सीतापुर पुलिस ने तीनों युवकों को बस स्टैंड से ही हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, लेकिन खबर लिखे जाने तक कुछ भी खुलासा नहीं हो सका था।
बंगले की सुरक्षा में सेंध
जिले में सबसे सुरक्षित कलेक्टर बंगला को माना जाता है, क्योंकि यहां हमेशा 12 से 14 सुरक्षा गार्डों की ड्यूटी रहती है। जिससे किसी भी व्यक्ति अंदर नहीं आ सकता, इसके बाद भी परिसर में अज्ञात युवक घुसकर इस तरह आत्महत्या कर लिया।इस घटना से सुरक्षा में बड़ी चूक नजर आ रही है। ऐसे में सुरक्षा इस तरह से है तो कभी भी कुछ बड़ा हादसा हो सकता है।
क्या कहते हैं परिजन

मृतक के पिता ने बताया कि पिछले जून माह में आशीष गांव के तीन-चार युवकों के साथ कमाने-खाने के लिए बैंग्लोर गया था, इस दौरान वहीं बीच-बीच में फोन से बात होता था, वहां से आने से पहले उसने फोन करके बताया था कि दोस्तों के साथ घर लौट रहा है, लेकिन गुरुवार को सुबह सीतापुर थाना से फोन कर बुलाया गया तब उक्त घटना की जानकारी मिली।