भव्य पण्डालों में विराजी जग-जननी माॅ
भव्य पण्डालों में विराजी जग-जननीदुल्हन की तरह सजा नगर, भक्ति भाव धूमधाम से मनाई जा रही नवरात्री, उमड़ रहा भक्तों का रेलादेश प्रदेश पूरे अंचल में यूँ ही खरसिया धर्म नगरी नहीं कहलाता आम जन मानस से लेकर जनप्रतिनिधियों कोई कोर कसर नहीं छोड़ते माता रानी के कृपा आर्शीवाद पाने के लिए । पूरे नगर का पद यात्रा कर दर्शन आर्शीवाद लेते दिख ही जाएंगे नवरात्रि पर्व भक्ति-भाव से मनाया जा रहा है। वहीं नगर में भव्य साज सज्जा के साथ बनाए गए पंडालों बिराजी जगजननी के दर्शनों को पूरे क्षेत्र से अपार भीड़ उमड़ रही है।भोर से ही मां के दरबारों से गूंजते जस गीतों ने नगर को भक्तिमय बना दिया है। वहीं सभी प्रमुख राहें विद्युत झालरों से सुशोभित हो रही हैं। 50 से भी अधिक भव्य पंडालों में माता की प्रतिमा विराजित कर नगर में नवरात्रि धूमधाम से मनाई जा रही है। शाम होते भक्तों का रेला शुरू होता है जो रात्रि 1:00 बजे तक रहता है। वहीं लगभग सभी दरबारों में विशेष प्रसाद के साथ भंडारों का दौर भी शुरू रहता है। प्रतिदिन अलग-अलग प्रकार के व्यंजनों से माता को प्रसाद लगाया जाता है। वहीं एक से बढ़कर एक भव्य दरबार बनाए गए हैं, हमालपारा स्थित दरबार में बेटी बचाओ की थीम पर हुई साज-सज्जा लोगों को लुभा रही है। औघड़ दानी के सर्वेश्वरी समूह आश्रम खरसिया में भी धूमधाम से मनाया जाता है नवरात्र का पूजा…
परेवा पहाड़ स्थित मां भद्रकाली के दरबार में, माँ भवानी बेरीवाली, देवसरवाली माता रानी, अड़भार में विराजित माता अष्टभुजी, चंद्रपुर में विराजित मां चंद्रहासिनी, माता धामादेवी मंदिर और काली माता के दरबार में भक्तों ने आस्था के अखण्डदीप प्रज्वलित किये हैं। वहीं गायत्री शक्तिपीठ एवं देवी मंदिरों में कन्या पूजन किया जा रहा है।