रेलवे को फिर से किया गया है पत्राचार, मई के बाद रेलवे के मेंटेनेंस का काम भी होगा काम
जिले में कहने को तो कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है जिसके पूरा होने के बाद आमजनों को काफी फायदा होगा मगर विडंबना यह है कि लगभग सभी प्रोजेक्ट अपने निर्माण कार्य से काफी विलंब से चल रहे हैं और आज तलक इसका फायदा लोगों को नहीं मिल सका है। कोतरा रोड रेलवे ओवर ब्रिज का भी यही हाल है। कहने को तो आरओबी का निर्माण कार्य अगस्त 2021 तक पूरा हो जाना चाहिये था मगर अब तक निर्माण कार्य है कि अधर में ही लटका हुआ है। इसमें सबसे बड़ा कारण रेलवे बना हुआ है। रेलवे की परमिशन के चलते आगे का काम नहीं बढ़ पा रहा है। करीब 85 प्रतिशत तक निर्माण कार्य हो चुका है। अब गर्डर लांचिंग की ही देरी है। गर्डर लांचिंग के बाद ही बचे हुए काम पूरे हो सकते हैं। इसके लिए रेलवे से मेगा ब्लाक की मांग की गई है मगर अब तक इसके लिए परमिशन नहीं मिल पायी है। इसके चलते कोतरा रोड रेलवे फाटक के इस पर और उस पार के लोगों को अपनी समस्याओं से अब तक निजात नहीं मिल सका है।
कोतरा रोड आरओबी का निर्माण कार्य अगस्त 2021 तक पूरा होना था मगर कोरोना इफेक्ट के कारण प्रोजेक्ट काफी पीछे चला गया। कोविड के दूसरी लहर के बाद काम मे तेजी और 2021 के अंत तक प्रोजेक्ट का काम 85 फीसदी तक पूरा करते हुए गर्डर लगाने की भी पूरी तैयारी कर ली मगर इसके बाद काम ऐसे लटका की अब तक आगे नहीं बढ़ सका है। दरअसल, बचे हुए 10 से 15 फीसदी कार्य गर्डर लगने के बाद ही पूरे किए जा सकते हैं। यही वजह है कि ठेका कंपनी रेलवे के ब्लॉक का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। गर्डर लॉन्चिंग की पूरी तैयारी कर ली गई है मगर रेलवे से मेगा ब्लॉक मिल ही नहीं पा रहा है जिसके चलते आरओबी अब तक मूर्त रूप नहीं ले पा रहा है। इस बीच अब ठेका कंपनी की ओर से रेलवे को फिर से पत्राचार किया गया है और जल्द से जल्द मेगा ब्लाक के लिए परमिशन देने की मांग की गई है। ठेका कंपनी की मानें तो इस मर्तबे रेलवे की ओर से अच्छा रिस्पांस मिलता दिख रहा है और जून माह में ब्लाक मिलने की उम्मीद भी की जा रही है। कारण यह कि 2021 सितंबर से लेकर 2022 में अब तक एसईसीआर में जगह-जगह मेंटेनेंस का काम किया जा रहा है। इसके चलते लगातार गाडिय़ों का परिचालन भी प्रभावित हो रहा है मगर मई के बाद रेलवे के मेंटेनेंस के काम में कमी आ जायेगी। ऐसे में आरओबी के लिए ब्लाक मिलने की संभावना बढ़ गई है।
ब्लाक मिला तो ३ महीने में ब्रिज तैयार
ठेका कंपनी की मानें तो गर्डर लांचिंग के लिए यहां पहले से पूरी तैयारी कर रखी गई है। सिर्फ ब्लाक मिलने की देरी है। गर्डर लांचिंग होने के बाद ब्रिज के बचे हुए हिस्से का काम तेजी से पूरा कर लिया जायेगा। इसके लिए दो से तीन महीने का ही वक्त लगेगा। अर्थात जून में अगर ब्लाक मिल जाता है तो अगस्त-सितंबर तक आरओबी का काम पूरा कर लिया जायेगा।