रायगढ़। एसईसीएल कर्मचारी द्वारा घर के स्टोर रूम को अंदर से बन्द करते हुए बेल्ट से फांसी लगाने का मामला प्रकाश में आया है। मृतक ने सुसाईड नोट में अपनी पत्नी से बेपनाह प्यार का इजहार करते हुए दोनों बेटियों को अंतिम संस्कार के लिए कहा है। यह वाकया छाल का है।
घटना की विवेचना कर रहे उप निरीक्षक जवाहर राठौर ने बताया कि छाल के बाजार के सामने अर्जुन पांडेय (50 वर्ष) अपने माता-पिता, बीवी और दो बेटियों के साथ रहते हुए एसईसीएल लात खदान में इलेक्ट्रिकल काम देखते थे। बुधवार तड़के लगभग 6 बजे परिजन अर्जुन के लिए चाय लेकर गए तो वे कमरे में नहीं मिले तो लगा कि वे मॉर्निंग वॉक पर निकले हैं। वहीं, बेडरूम से लगे स्टोर रूम को अंदर से बंद देख परिजनों ने जब भीतर हाथ डालकर सिटकनी खोला तो वहां का नजारा देख उनके रोंगटे खड़े हो गए, क्योंकि बेल्ट के बने फंदे में अर्जुन लटक रहे थे। ऐसे में बदहवास परिवार ने एसईसीएल कर्मी के जिंदा होने का ऐहसास होने पर उनको स्टोर रूम से बाहर निकाले और आनन-फानन में समीपस्थ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए तो डॉक्टर्स ने प्राथमिक जांच में ही मृत घोषित कर दिया। एसईसीएल कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में खुदकुशी की अनसुलझी गुत्थी को सुलझाने पुलिस ने घटना स्थल से लेकर शव की तलाशी ली तो एक सुसाईड नोट बरामद हुआ। इसमें अर्जुन ने अपनी बीवी को गुड्डी नाम से संबोधित करते हुए कहा कि वो उससे बहुत प्यार करता है। वहीं, दोनों बेटियों को बेटे की तरह अंतिम संस्कार करते हुए अस्थियों को चन्द्रपुर में विसर्जित करने को भी कहा है। सुसाईड नोट में खुलासा इस बात का नहीं हो सका कि आखिरकार उन्होंने ऐसा आत्मघाती कदम क्यों उठाया। बताया जाता है कि एसईसीएल कर्मी पारिवारिक तनाव में रहते थे और इसका जिक्र वे मॉर्निंग वॉक के दौरान अपने साथियों से भी कर चुके हैं। बहरहाल, सच्चाई क्या है, इसकी जांच पड़ताल के लिए छाल पुलिस मर्ग कायम करते हुए आगे की का