रायगढ । कौहाकुण्डा क्षेत्र में एक बेजा कब्जा जमीन के मामले में शिव भगवान सहित अन्य नौ लोगों को स्थानीय तहसील कार्यालय से नोटिस मिलने के बाद जब मोहल्लेवासी भगवान शिव के लिंग को लेकर कल कोर्ट पहुंच गए थे। उसके बाद से प्रशासनिक व राजनीतिक हल्कों में हडकंप मचा हुआ हैं। चूंकि यह पहला मामला था,जब न्यायालय ने अन्य नव लोगों सहित स्वयं भगवान शिव को दस दिवस के भीतर न्यायालय में उपस्थित होनें का नोटिस जारी किया था। नहीं तो दस हजार जुर्माना भी पटाने की चेतावनी दी थी।
अतिक्रमण के मामले मे भगवान शंकर को कोर्ट में उपस्थित होने के मामले में कलेक्टर भीम सिंह के आदेश पर एसडीएम युगल किशोर उर्वशा ने नायब तहसीलदार विक्रम राठौर को शो काज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। उक्त संदर्भ मे शिकायत काँग्रेस के प्रदेश सचिव अनिल अग्रवाल चीकू की ओर से कलेक्टर से की गई थी, जिसके बाद नायब तहसीलदार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया।
भूमि अतिक्रमण से जुडी एक याचिका मे हाईकोर्ट के आदेश पर नायब तहसीलदार ने वार्ड 25 के करीब एक दर्जन लोगों के नाम नोटिस जारी किया गया था। जिसमे एक शिव मंदिर भी शामिल था। नायब तहसीलदार ने उक्त नोटिस भगवान के नाम पर ही काट दिया था। जिसके बाद पेशी की तारीख पर 25 मार्च को वार्ड पार्षद समेत मोहल्लेवासी शिवलिंग के साथ तहसील कार्यालय आ धमके। इस विषय की चर्चा चंद घंटों मे राजधानी तक जा पंहुची। जिला प्रशासन की किरकिरी होते देख कलेक्टर ने कांग्रेसी नेता की शिकायत पर एसडीएम के माध्यम से नायब तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे मे जवाब मांगा है।