विष्णुचन्द्र शर्मा @ खरसिया। छत्तीसगढ़ का पहला आई.ए.एस. बनने के पीछे मां का वह दृढ़ विश्वास है जो हर चुनौती से जीतना गया और उन्होंने अपने पुत्र को कलेक्टर बना दिया।
पूर्व कलेक्टर व बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने विश्व मातृत्व दिवस पर सभी माताओं को शुभकामनायें देते हुए कहा कि मेरी माँ के दृढ़ विश्वास ने मुझे आई.ए.एस. बनने के लिए बहुत प्रोत्साहित किया। कहा कि सफलता का पूरा श्रेय माँ कौशल्या चौधरी जी को दें तो गलत नहीं होगा।
कम उम्र में ही पिता का साया उनके सर से छूट गया। आगे जाकर अनुकंपा की नौकरी उन्हें मिल सकती थी। परन्तु जब ओपी मां के साथ कलेक्टर के दफ्तर पेंशन लेने जाया करते थे तब देखते और सोचते थे कि कलेक्टर तो बहुत बड़े साहब होते हैं, कुछ भी आर्डर करें तो तुरंत हो जाता है।
बस फिर तो ओपी चौधरी भी कलेक्टर बनने का सपना देखने लगे। मां तो बेटे के अंतर्मन को पढ़ ही लेती है, बेटे के इस सपने को माँ समझ गई। माँ को अपने लाडले पे यह विश्वास भी था कि ओपी में कुछ कर गुजरने का जज्बा जरूर है। ऐसे में चौथी पढ़ी माँ ने अपने बेटे के लिये अनुकंपा की नौकरी चुनने की बजाय कठोर परिश्रम, विषम परिस्थिति और चुनौतियों को चुना !
इस प्रकार कठिन परिस्थितियों से निकलकर बड़ी-बड़ी चुनौतियों को पार कर ओपी चौधरी बने छत्तीसगढ़ के पहले आईएएस !
यूथ आईकॉन ओपी चौधरी ने क्षेत्र सहित प्रदेश की जनता को विश्व मातृत्व दिवस की बधाई व शुभकामनायें दीं हैं।