कोरोना संकट के बीच मिलावट, मुनाफाखोरी पर खरसिया पुलिस, स्थानीय प्रशासन,खाद्य विभाग,नाप-तौल नगर पालिका परिषद ,ग्राम पंचायत की संयुक्त टीम कार्यवाही …
खरसिया क्षेत्र में पैदल पेट्रोलिंग कर रहवासियों को लाॅक डाउन का पालन करने की अपील करते पुलिस …खाकी के रंगों में समाहित नेकदिली …खरसिया में अनावश्यक बाइक में घूमते 10 बाइकर्स की बाइक हुई जप्त, होगी कार्यवाही…
प्रशासन व पुलिस की टीम ने श्री साईं ट्रेडिंग खरसिया व श्याम फ्लोर मिल को किया सील…
अधिक कीमत पर सामान बिक्री करने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने की शिकायत बाद दुकान सील …खरसिया/सारंगढ़ पुलिस क्षेत्र के लोगों को लॉक डाउन का पालन करें तथा सोशल डिस्टेंसिंग, शारीरिक दूरी रखने के लिए आज प्रमुख चौक चौराहों पर पैदल पेट्रोलिंग कर लोगों को समझाइश देते रहे । वही सुबह अनावश्यक बाइक लेकर फर्राटे लगाने वाले 10 युवकों की बाइक चौकी खरसिया में खड़ी कराया गया है, जिनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
स्थानीय प्रशासन व खरसिया पुलिस की टीम प्रतिदिन सुबह खरीदारी के लिए छूट के समय खरसिया शहर के दुकानों को चेक किया जा रहा है ।
इस दौरान श्री साईं ट्रेडिंग खरसिया तथा श्याम फ्लोर मिल द्वारा जिलाधीश द्वारा जारी आदेश (लाॅक डाउन) का उल्लंघन करने पर दोनों दुकानों को स्थानीय प्रशासन की टीम द्वारा सील किया गया है ।
वहीं ग्राम चपले में विजय अग्रवाल द्वारा किराना सामानों को अधिक मूल्य पर बेचने की शिकायत पर खरसिया पुलिस व स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची,
दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराया जा रहा था ।
स्थानीय प्रशासन द्वारा दुकान को सील किया गया है ।खाकी के रंगों में समाहित नेकदिली …
खाकी में रची बसी इंसानियत और उसमें लिपटे शख्स के व्यक्तित्व में शामिल मानवीय मूल्यों का जिक्र कम ही किया जाता है । पर ये वाकया दिल को छू लेने वाला है । जी हां , हम बात कर रहे हैं , भूपदेवपुर थाना प्रभारी डी के मार्कंडेय और उनके मातहतों की । दरअसल थाना प्रभारी मार्कंडेय और एस आई कमल किशोर की अगुआई में मोनेट की तरफ से जरूरतमंदों को खाद्यान और मास्क बांटने की कवायद जारी रही । इस दौरान थाना प्रभारी की नजर एक शख्स पर गई , जिसकी दोनों आंखों की रोशनी नहीं है । उन्होंने उस शख्स के पास जाकर पूछा, कि उसके परिवार में कितने सदस्य हैं । जवाब सुन कर आंखें नम हो गई । दोनों आंख गंवा देने वाला शख्स अकेला और अपनी परवरिश खुद करने वाला निकला । ऐसे में थाना प्रभारी ने फौरन मोनेट के एवीपी ब्रिगेडियर इंद्रजीत सिंह चौहान से बात की , और इस शख्स की सुधि लेने का आग्रह किया । जिसके बाद उस शख्स को रोजाना खाना मुहैया कराना तय किया गया ।
अब जरा लॉक डाउन के दौरान की जाने वाली सख्ती को याद करते हुए , इस पुलिसिया कवायद को भी सामने रखें। क्या कहेंगे आप ?…..इसे समझने की जरूरत है । खाकी में लिपटा शख्स भी एक बेहतर इंसान है । आपकी सुरक्षा के लिए ही बाहर घूमने वालो की शारिरिक दक्षता परीक्षा पर सख्ती को अपनाना पड़ता है ।फैसला करें आप घर पर रहना पसंद करेंगे या परीक्षा …
आप क्या पुलिस का ये रूप वाकई कद्र के काबिल नहीं है ।