
रायपुर । अपने छत्तीसगढ़ दौरे पर संत रितेश्वर महाराज शनिवार को राजधानी रायपुर पहुंचे। मीडिया से बातचीत करते हुए कई मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उसके बाद वह कटघोरा के लिए रवाना हो गए। इस दौरान वे मुख्यमंत्री बघेल पर क्रोधित नजर आए।
दरअसल शराबबंदी के मुद्दे पर पर रितेश्वर महाराज रुष्ट थे। उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर विचार करना चाहिए कि शराब से लाखों घर बर्बाद होते हैं तो उससे प्राप्त होने वाले राजस्व और विकास से क्या फायदा। रितेश्वर महाराज ने कहा कि कभी यहां शराबबंदी के लिए कहा गया था, तो उस समय भी शराबबंदी नहीं हो पाई। फिर कहा गया कि हम शराबबंदी करेंगे। अभी जहां तक मेरी जानकारी है कि प्रदेश में अभी शराबबंदी नहीं हो पाई है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार कहती है कि शराबबंदी से हमारी आमदनी रुक जाएगी। हमें गवर्नमेंट चलाना है, अगर रेवेन्यू रुकेगी तो हम लोगों का विकास कैसे करेंगे। अब मानवीय संवेदना के अनुसार जरूर सरकार को यह सोचना चाहिए की एक शराब पीने से हजारों-लाखों घर बर्बाद होते हैं। लोग मरीज बनते हैं, हजारों पति पत्नी और बच्चों के जीवन खराब हो जाते हैं, तो ऐसे विकास की क्या जरूरत कि हम उससे से पैसे कमाए और वह पैसे फिर उनके विकास में लगा दे फिर उनको 2000 हजार अनुदान दे दें। देखिए, मैं गरीबों को 2000 रूपए अनुदान देता हूं। महाराज ने कहा, 2000 का तो 1 दिन में शराब पी जाते हैं कई लोग, शराब बंद करना किसी सरकार की बात नहीं है। कौन सी ऐसी सरकार है जिसमें शराब बंद कर दीया। कहीं न कहीं यह संगठन की सिस्टम की खामी है। सिस्टम की खामियों में सभी दल जब एक साथ नहीं आते तब तक आरोप तो लगाते रहेंगे…..
आपको बता दें कि संत रितेश्वर महाराज वही हैं, जिन्होंने भूपेश बघेल को सीएम बनने की भविष्यवाणी की थी। रितेश्वर महाराज ने चुनाव के एक साल पहले ही इस बात की भविष्यवाणी की थी कि अगले चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सत्ता में आएगी और संभवत: भूपेश बघेल ही छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री होंगे। साथ ही बता दें कि सीएम भूपेश बघेल सीएम बनने के बाद रितेश्वर महाराज से आशीर्वाद लेने भी पहुंचे हुए थे।
इसके साथ ही रितेश्वर महाराज ने कहा कि मुझे एक संत कहा जाता है फिर भी मैं भारत के पहले नागरिक हूं, उसके बाद साधु हूं। एक नागरिक के रूप में मैंने भी 5 साल पहले अपना मत किसी एक गवर्नमेंट को दिया है, फिर दूंगा। हम सब मिलकर प्रयास करें, अगर शराब जहर है तो उसके खिलाफ वोटिंग करें। जो भी सरकार आएगी उसके प्राथमिकता होगी कि शराब उसे हटाना होगा।




