विगत 28 जनवरी को प्रमोद अपने घर मे ताला जड़ते हुए शादी कार्यक्रम में सपरिवार लखनऊ चला गया। वहीं, 4 फरवरी को उत्तर प्रदेश से लौटा वैष्णव परिवार इंदिरा नगर वाले घर में सो गया। शनिवार को प्रमोद जब बेहरा पारा स्थित अपने नवनिर्मित मकान गया और मेन गेट में लगे ताले को खोलकर वह जैसे ही अंदर गया तो कमरे में लगे तालों को सन्दिग्ध परिस्थितियों में टूटे देख उसके होश फाख्ते हो गए। ऐसे में किसी अनजान घटना से आशंकित भाव से प्रमोद जब अपनी बहन के कमरे में गया तो पाया कि आलमारी के लॉकर में रखे जूलरी बॉक्स गायब था तो एलईडी टीवी भी नहीं था।
बताया जाता है कि प्रमोद की बहन आलमारी के लॉक में चाबी को गलती से छोड़ गई थी और चोरों ने वैष्णव परिवार की गैरमौजूदगी का लाभ उठाते हुए आलमारी में लगे चाबी से लॉकर खोलते हुए वारदात को अंजाम दिया। प्रमोद का दावा है कि चोरों ने उसके नवनिर्मित मकान से एलईडी के अलावे सोने की अंगूठी, मंगलसूत्र और पूजा वाले चांदी के 8-10 सिक्के समेत कुल 90 हजार के माल पर हाथ साफ किया है। बहरहाल, बुक सेलर की रिपोर्ट पर लैलूंगा पुलिस ने भादंवि की धारा 457, 380 के तहत अज्ञात चोरों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करते हुए मामले को छानबीन में लिया है।
3 माह में वार्ड 1 में हो चुकी है 8 चोरियां पुस्तक विक्रेता के यहां इसके पहले दिसम्बर में भी चोरों ने धावा बोलते हुए स्टोर रूम का ताला तोड़ा और फावड़ा, गैंती, कुल्हाड़ी, सेंट्रिंग प्लेट्स, छड़ चोरी कर चुके हैं। यही नहीं,
वार्ड नंबर 1 में बीते 3 महीने के भीतर चोरी की सिलसिलेवार 8 वारदातें होने से लोग खौफजदा होकर निष्क्रियता का आरोप भी…