तेंदूपत्ता बोनस फर्जीवाड़ा: ACB-EOW की सुकमा में छापेमारी, पूर्व विधायक के रिश्तेदार सहित 6 स्थानों पर कार्यवाही

सुकमा। तेंदूपत्ता बोनस फर्जीवाड़ा मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की संयुक्त टीम ने सुकमा जिले में बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार तड़के ACB-EOW की टीम ने सुकमा और कोंटा में 6 स्थानों पर एक साथ छापे मारे।
मिली जानकारी के मुताबिक, यह कार्यवाही पूर्व विधायक और सीपीआई नेता मनीष कुंजाम के रिश्तेदार तथा तेंदूपत्ता प्रबंधकों के निवास स्थलों पर की गई है। इस छापेमारी की जड़ें उस फर्जीवाड़े से जुड़ी हैं, जिसमें तेंदूपत्ता बोनस वितरण में भारी अनियमितताएं सामने आई थीं।
इसी मामले में पूर्व में सुकमा के तत्कालीन डीएफओ अशोक पटेल को निलंबित किया जा चुका है। कुछ दिनों पहले ACB और EOW ने रायगढ़, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा सहित 14 ठिकानों पर भी दबिश दी थी।
जांच के दौरान निलंबित डीएफओ अशोक पटेल, छिंदगढ़ और कोंटा के दो शिक्षकों और बीजापुर के सहायक आयुक्त के जगदलपुर स्थित आवास की भी तलाशी ली गई थी।
रायपुर से पहुंची 13 अधिकारियों की टीम ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया।
मुख्यमंत्री का सख्त संदेश
छापेमारी के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति जारी रहेगी। उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर हो, किसी भी रूप में हो, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी कितना भी रसूखदार क्यों न हो, उसे सजा जरूर मिलेगी।”




