राजस्व आबादी से दूर वन क्षेत्र के ग्राम में पहुंचा हाथी दल, विभाग ने ली राहत की सांस, रात भर वन अमला ने हाथी पर रखी निगरानी, मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीएफ भी पहुंचे रायगढ़. – वन परिक्षेत्र रायगढ़ में पिछले कुछ दिनों से छह हाथी का एक दल विभाग के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। पूर्व में वह हाथी का दल शहर के एक मोहल्ले तक पहुंच गया था।
वहीं यह दल कल रायगढ़ वन परिक्षेत्र से खरसिया विधानसभा के आबादी वाले राजस्व क्षेत्र में
ग्रामीण की बाड़ी में पहुंच गए।इसके बाद से विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा हाथी को आबादी वाले क्षेत्र से दूर रखने के लिए रेस्क्यू शुरू कर दिया और अंतत: आज उन्हें इसके लिए सफलता मिल गई। रात को हाथियों के दल पर निगरानी वन अमला के द्वारा किया जा रहा था।बायंग ग्राम पहुंचते ही लोगों हुजूम पहुँचते ही हाथियों का दल वन विभाग के आँखो से ओझल हो चला। रात भर वन अमला ढूंढते रह गए।हाथीयों दल बायंग
टांयग टेमटेमा रानीसागर नवागांव आड़पथरा होते हुए रासियामुड़ा जंगल के नजदीक होने की जानकारी लगते वन विभाग राहत मिला …जहां सुबह सुबह इस बात की पूरी तरह पुष्टि हो गई कि अब हाथी का यह दल किसी आबादी वाले क्षेत्र में नहीं बल्कि नौरगपुर, रसियामुड़ा के करीब जंगल में चले गए हैं।विभागीय अमला से मिली जानकारी के अुनसार कल हाथी का दल परसदा से निकल कर लेबड़ा से माण्ड नदी पार कर पंझर की ओर पहुंचा। इसके बाद रायगढ़ व खरसिया परिक्षेत्र के अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा उस पर नजर रखा जा रहा था। वहीं उच्चशिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने जन हानि न हो इस बात का हिदायत, निर्देश वन विभाग के अधिकारियों को दिए।देर शाम बाद हाथी से निकल कर बायंग की ओर चले गए और इसके बाद टायंग की ओर पहुंच गए। यहां भी वन अमला उन पर नजर रखे हुए था। फिर बाडादरहा फैक्ट्री के किनारे से विचरण करते हुए हाथी का दल टेमटेमा रानीसागर बानीपाथर राजघट्टा की ओर पहुंच गया। रात भर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हाथी दल पर नजर रख रहे थे। इस दौरान उन्हें इस बात का भी प्रमाण मिला कि हाथी दल कक्ष क्रमांक 1164 के प्लांटेशन में भी पहुंचे थे और यहां दो खंभे को गिराकर मांड नदी को पार कर दिया। खरसिया रेंज के बिंजकोट सर्किल के झिंटीपाली ग्राम जबलपुर के मोहितरात राठिया का फसल नुकसान करके गुर्दा, रसियामुड़ा जंगल की ओर चले गए और इस बात की पुष्टि पूरी तरह हो जाने के बाद भी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने राहत की सांस ली कि अब हाथी दल आबादी वाले क्षेत्र से दूर है। अब उम्मीद जतायी जा रही है कि हाथी का यह दल रायगढ़ वन मंडल से दूर छाल रेंज में प्रवेश कर जाएगा और अगर वापस लौटता है तो फिर से टीपाखोल क्षेत्र में आ सकता है। हांलाकि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा कल सुबह से लेकर रात भर हाथियों पर निगरानी रखते हुए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर हाथी को आबादी वाले क्षेत्र से दूर करने के रेस्क्यू में सफल रहे। रात में सीसीएफ भी पहुंचे आबादी वाले क्षेत्र में हाथी का दल पहुंच जाने की जानकारी जैसे ही सीसीएफ अनिल सोनी को लगी, तो वे कल रात तकरीबन दो बजे मौके पर पहुंच गए। यहां उन्होंने विभागीय अमला को कई प्रकार के निर्देश दिए। जहां उनके निर्देशन में हाथी पर नजर रखते हुए उसे आबादी वाले क्षेत्र से दूर करने में विभागीय अमला सफल रहा। विदित हो कि इससे पहले भी जब हाथी का यह दल शहर के एक मोहल्ला में आ गया था। तब भी सीसीएफ अनिल सोनी रायगढ़ पहुंच कर मौके का जायजा लिया था और विभागीय अधिकारियों को कई प्रकार के दिशा निर्देश दिए थे।