BJP पार्षदों ने निगम अधिनियम का हवाला देते हुए की चुनाव को स्थगित करने की मांग…
भिलाई-नगर निगम भिलाईभिलाई नगर निगम के अंतर्गत आने वाले 5 में से 4 जोन के अध्यक्ष का चयन करने के लिए 12 जनवरी यानि आज चुनाव होना है। इस चुनाव में भी पार्षद मतदान अपना अध्यक्ष चुनेंगे। चुनाव की सभी तैयारियां कर ली गई है और इसके बाद भिलाई निगम को पांचों जोन के लिए जोन अध्यक्ष भी मिल जाएंगे। इधर इस चुनाव पर भाजपा पार्षदों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए चुनाव को स्थगित करने की मांग की है।भिलाई निगम से मिली जानकारी के मुताबिक नेहरू नगर जोन में मतदान नहीं होगा। क्योंकि उस जोन से सभापति गिरवर बंटी साहू आते हैं। कोहका वार्ड से पार्षद बने बंटी गिरवर साहू जोन-1 नेहरू नगर के पदेन अध्यक्ष होंगे। नेहरू नगर के अलावा शेष बचे चार जोन वैशालीनगर, कैंप मदर टेरेसा नगर, खुर्सीपार और टाउनशिप जोन का आज चुनाव होना है। यहां जोन अध्यक्ष के लिए जो भी प्रत्याशी खड़ा होगा उनके पक्ष में यहां के पार्षद मतदान करके अपना अध्यक्ष चुनेंगे।इस सबके बीच भिलाई नगर निगम के नवनिर्वाचित भाजपा पार्षदों ने इस चुनाव को लेकर अपनी लिखित आपत्ति दर्ज कराई है। भाजपा पार्षद पीयूष मिश्रा, दया सिंह, विनोद सिंह, भोजराज सिन्हा, महेश वर्मा, नोहर वर्मा सहित अन्य पार्षदों का कहना है कि 10 जनवरी को वार्ड समिति के निर्वाचन संबंधित सूचना सभी पार्षदों को भेजी गई थी। उसमें आगामी 12 तारीख को वार्ड समिति के चुनाव की प्रक्रिया होने की जानकारी दी गई है।भाजपा पार्षदों का कहना है कि नगर निगम अधिनियम 1956 की धारा 37 में स्पष्ट है कि सभापति के निर्वाचन के 7 दिवस के अंदर महापौर परिषद का गठन था। उसके बाद सलाहकार समिति का गठन किया जाना है। इसके बाद ही वार्ड समिति के अध्यक्ष का निर्वाचन होना है। किंतु इससे विपरीत जाकर वार्ड समति के अध्यक्ष का चुनाव कराया जाना नियम विरुद्ध है। भाजपा पार्षदों ने मांग की है कि जोन अध्यक्ष का चुनाव अभी टाला जाए।जोन एक में नहीं होगा चुनावजोन-1 नेहरू नगर में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं होगा। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि निगम एक्ट में ऐसा प्रवधान है कि निगम का सभापति ही अपने जोन का अध्यक्ष होगा। इस जोन के पार्षद गिरवर बंटी साहू निगम के सभापति हैं, इसलिए वहीं इस जोन के पदेन अध्यक्ष रहेंगे। इसलिए जोन-1 में चुनाव नहीं होगा।जोन दो में कांग्रेस का हो सकता है अध्यक्षजोन-2 वैशालीनगर की बात करें तो यहां कांग्रेस की स्थिति काफी मजबूत दिख रही है। पार्षद दल की बात करें तो इस जोन में भाजपा के 6, कांग्रेस के 5 और 2 निर्दलीय पार्षद हैं। 1 निर्दलीय पार्षद रामानंद मौर्या पहले ही कांग्रेस को अपना समर्थन दे चुके हैं। वहीं एक अन्य निर्दलीय अनिता अजय साहू भी कांग्रेस को ही सपोर्ट करेंगी। इस तरह वर्तमान स्थिति में कांग्रेस के पास 7 पार्षद हुए और भाजपा के पास 6। इसलिए कांग्रेस यहां अपना जोन अध्यक्ष बना सकती है। कांग्रेस की ओर से रामानंद मौर्या, शारदा राय या नेहा साहू जोन अध्यक्ष की दावेदारी कर सकते हैं।जोन तीन में भाजपा और कांग्रेस की टक्करजोन-3 मदर टेरेसा नगर काफी बड़ा जोन है। इसके अंतर्गत 13 पार्षद आते हैं। 13 पार्षदों में से 6 भाजपा के पास, कांग्रेस के पास 4 और 3 निर्दलीय पार्षद हैं। निर्दलियों में 2 पार्षद इंजीनियर सलमान और जलांधर सिंह ने कांग्रेस को पहले ही समर्थन दे दिया है। इससे यहां कांग्रेस और भाजपा दोनों 6-6 के टक्कर पर है। शेष बचा एक निर्दलीय दोनों में किसी की भी किस्मत को खोल सकता है। कांग्रेस की तरफ से जोन अध्यक्ष के लिए जलांधर या इंजी. सलमान उम्मीदार हो सकते हैं। वहीं भाजपा ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है।जोन चार में टाई की हो सकती है स्थितिजोन-4 खुर्सीपार में 14 पार्षद आते हैं। यहां भाजपा के 7 और कांग्रेस के 7 पार्षद हैं। यहां दोनों दलों के बीच में सीधा मुकाबला है। दोनों दल में से कोई एक दल का पार्षद क्रॉस वोटिंग कर जीत-हार का फैसला करेगा। इस जोन में कांग्रेस से भूपेंद्र यादव का नाम प्रमुखता से है। भाजपा से भी कई दावेदार हैं।जोन 5 में कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तयजोन-5 टाउनशिप में कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तय है। क्योंकि यहां 13 पार्षद कांग्रेस के हैं और भाजपा का सिर्फ 1 पार्षद। ऐसे में यहां भाजपा चुनाव ही न लड़े यही सही रहेगा। यहां एकतरफा कांग्रेस जीत रही है।