महेंद्र सिंह पटेल मेमोरियल आदर्श विद्यालय नंदेली में
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विज्ञान मेला का आयोजन
विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने का बेहतर समय …खेल खेल में सीखें कला जीवन के राह में पथ प्रदर्शक होगे-सुदर्शन पटेल
नंदेली:- 28 फरवरी यानि कि विज्ञान दिवस महेंद्र सिंह पटेल मेमोरियल आदर्श विद्यालय नंदेली के बच्चों ने इस दिन मेले का आयोजन किया। लगभग एक सप्ताह का समय लगाकर बच्चों जिस तरह से विज्ञान मेले के आयोजन की प्रक्रिया में अपनी भागीदारी दी, यह काफी उत्साह देने वाला रहा। काम की इस पूरी प्रक्रिया व इसके साथ बच्चों की अन्तक्रिया का स्वरूप मुझे कुछ इस तरह से प्रतिबिम्बित होता नजर आया है।
आमतौर पर बालमेला,विज्ञान मेला या फिर ऐसे किसी भी आयोजन की रपट इस तरह लिखी जाती है, कि उसमें क्या-क्या हुआ। लेकिन इस बात का कोई जिक्र नहीं होता कि उससे बच्चों ने और खुद शिक्षक ने क्या सीखा?वास्तव में यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि शिक्षक का अपना नजरिया क्या है? क्या वह इसे केवल एक आयोजन के तौर पर देखता है या फिर एक अवसर के रूप में जिसमें सीखने-सिखाने की प्रक्रिया खेल-खेल में ही हो जाए।
सुदर्शन पटेल– कई बार सारी चीजों के बारे में हम ऐसे ही मानकर हम कुछ गहरे विश्वास बना लेते हैं, और शायद हम इन चीजों के बारे में कभी सोचते ही नहीं कि ऐसा क्यों होता है ? पर कई बार बहुत सारी बातों को लेकर मन में ये भी सवाल आता है कि हम जो सोच रहे हैं क्या यह बिलकुल ठीक है? या कहीं हम गलत तो नहीं सोच रहे हैं? जब हम ऐसी उलझन में हो पर तब हमें क्या करना चाहिए ।
दुनिया की हर चीज के बारे में हमें ठीक-ठीक पता चल जाएगा ऐसा वादा तो नहीं कर सकते, पर हमारे आस-पास की बहुत-सी चीजों के बारे में तो हम कुछ छोटे–छोटे प्रयोग करके पता कर सकते हैं कि हमारा विश्वास कितना सही था। आस-पास मिलने वाली चीजों से प्रयोग करके, हम यह जान पाए कि क्या साबित हो रहा है, व अपने निष्कर्ष खुद ढूँढ़ पाए यही तो विज्ञान है। ऐसे तरीकों से जीवन में विज्ञान सीखते रहने को मजेदार बनाया जा सकता है। कुछ इसी सोच को बच्चों तक पहुँचाने के लिए रोचक प्रयोगों के माध्यम से खुद करके सीखने की प्रक्रिया में ले जाने के लिए ऐसे अवसर मददगार हो सकते हैं। जहाँ हम खुद कुछ करके देखते हुए, आपस में बातचीत करें। एक-दूसरे की यह समझने-समझाने में मदद करें कि क्या हो रहा है ? और ये भी पता लगाने की कोशिश करें कि आखिर ऐसा ही क्यों? हो सकता है उसी समय हम हर चीज के बारे में बिलकुल सही-सही पता न कर पाएँ, पर मिलकर सही जबाब ढूँढ़ने की दिशा में हमारी ये बातचीत हमें थोड़ी मदद जरूर करेगी। शायद हमारी कोशिश कामयाब हो जाए
इस तरह की प्रक्रियाओं से उम्मीद है कि हम सब विज्ञान के प्रति एक नई सोच और सीखने के इन मजेदार अनुभवों को बच्चों के जीवन का हिस्सा बना पाएँ।
शिक्षणकाल के दौरान वही विद्यार्थी जीवन में सफलता प्राप्त करता है जो शिक्षा के साथ-साथ विद्यालय के समस्त गतिविधियों में बराबर भागीदारी लेता है इसी तारतम्य में विद्यार्थियों को बेहतर से बेहतर शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने वाले एवं रायगढ़ जिले के अच्छे विद्यालयों में गिने जाने वाले महेंद्र सिंह पटेल मेमोरियल आदर्श विद्यालय नंदेली में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान मेला का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा विज्ञान, रसायन, भौतिकी, जीव विज्ञान, पर्यावरण एवं गणित इत्यादि विषयों से संबंधित मॉडल (नमूना) बनाया गया था, जिसका आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर प्रदर्शन हुआ, इस मेले में मॉडल को अवलोकन करने के लिए विद्यालय समिति के संरक्षक सुदर्शन पटेल, उम्मेद पटेल तथा समिति से ही खगपति मालाकार, उमाशंकर पटेल, प्रदीप पटेल, सुनील पटेल, एकनाथ पटेल, चिदानंद मालाकार, यशवंत मालाकार, राजेश साहू, नीलांबर साहू के अलावा गांव एवं आसपास के गणमान्य नागरिकों व पालको सहित आस-पास ग्राम के गणमान्य लोगों की उपस्थिति रहा।
मेले में पालक विद्यार्थियों के द्वारा बनाए गए मॉडल का अवलोकन किये एवं उससे संबंधित पालकों के द्वारा बच्चों को प्रश्न भी पूछा गया जिसमें विद्यार्थियों ने बड़ी ही सहजता व सक्रियता के साथ पालकों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया गया।
प्रदर्शन के दौरान पटेल ने विद्यार्थियों से कहा की विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ मॉडल जैसी अनेक गतिविधियों में भी बराबर हिस्सा लेना चाहिए ताकि जीवन में नौकरी नहीं भी मिलने पर फिर भी अपने हुनर के बदौलत जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है, उम्मेद पटेल ने भी बच्चों के इस बनाए हुए मॉडल की सराहना करते हुए उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देकर परीक्षा में अच्छे से सफलता प्राप्त करने की बात कही।
विद्यालय की प्राचार्या सुश्री दीपिका देवांगन एवं विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं के कुशल नेतृत्व में विद्यार्थियों के द्वारा बनाए गए मॉडल की काफी सराहना की गई, सभी पालक इस विज्ञान मेले के माध्यम से बच्चों के द्वारा बनाए गए इस मॉडल एवं विद्यालय की तारीफ करते नहीं थक रहे थे।