

इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में सेवा का संकल्प लिया है। इसमें गौ सेवा प्रमुख है। गौमाता में सभी देवी-देवता निवास करते हैं। गौ सेवा देव सेवा के समान पुण्य कार्य है। उन्होंने कहा कि सोनपुरी, सरायपाली देवभूमि है। यहां गौशाला बनाना अपने आप में अलग ही विशेषता रखता है। उन्होंने सभी लोगों से गौसेवा के साथ गौशाला के विकास व विस्तार में सहयोग की अपेक्षा की। श्री मोहन गौशाला ठाकुरपाली के संचालक गुरुकुमार त्रिपाठी ने कहा कि गौशाला में सभी का सहयोग मिलने पर इसके संचालन में मदद मिलती है और स्थिति बेहतर रहती है। उन्होंने कहा कि गाय की सेवा मां की सेवा के तुल्य मानी गई है, इसलिए सभी को गौमाताओं की यथासंभव सेवा करनी चाहिए। गायत्री परिवार रायगढ़ के ब्लाक समन्वयक अवध राम ने कहा कि गौशाला के संचालन व गौसेवा में अनेक कठिनाइयां आती हैं। उसके बाद समाजसेवियों के सहयोग से गौसेवा का कार्य जारी है।

कार्यक्रम के संचालक कन्हैयाकुमार ने बताया कि गौशाला के लिए यह जमीन सरायपाली के भरतलाल अग्रवाल परिवार ने दान की है। अब यहां शेड का निर्माण किया जा रहा है, जहां गाय को रखने की व्यवस्था की जाएगी। गौभक्त अग्रवाल के हाथों यहां 108 फीट गुणा 25 फीट के शेड निर्माण का भूमिपूजन किया गया। गौसेवा आयोग में पंजीयन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इसके लिए गौशाला समिति की ओर से सरला कोसरिया व गुरु कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम रायपुर रवाना हो गई है। सरला कोसरिया ने बताया कि गौशाला का प्राकृतिक सौंदर्य सभी को इससे जोड़ रहा है और एक दिन यह गौशाला जिले व प्रदेश में अपना नाम रोशन करेगी।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अग्रवाल महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अवधेश अग्रवाल, गौशाला के स्थानीय प्रबंधक बसंत साहू, घासीराम अग्रवाल, छोटेलाल नायक, विष्णु नायक, देवचंद नायक पिरदा, गुणसागर राणा, नंदकुमार पटेल, टेंगनू महापात्रा, घनश्याम साहू, टिकेश्वर साहू आदि उपस्थित थे।




