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डॉ.खूबचंद बघेल एवं मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत राशन कार्ड के माध्यम से अब हो सकेगा कैंसर पीडि़तों का इलाज

जिला चिकित्सालय में कैंसर जांच शिविर आयोजित
रायपुर से विशेषज्ञों की टीम ने की जांच 

रायगढ़, 1 फरवरी 2020/ अब छत्तीसगढ़ शासन की डॉ.खूबचंद बघेल एवं मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत राशनकार्ड के माध्यम से कैंसर पीडि़तों का इलाज किया जा सकेगा। इसी कड़ी में जिला अस्पताल रायगढ़ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नि:शुल्क कैंसर जांच शिविर आयोजित की गई। शिविर में रायपुर से आए कैंसर विशेषज्ञों की टीम ने मरीजों की जांच की तथा विभिन्न परीक्षणों हेतु सेम्पल लिये। कैंसर पाजीटिव पाये जाने पर मरीजों का इलाज शासन द्वारा रायपुर में कराया जाएगा और पीडि़त को 20 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए शासन ने बाल्को मेडिकल केयर, नया रायपुर के साथ एएमयू साईन किया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने इस मौके पर बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जिले भर में कैंसर की प्राथमिक स्क्रीनिंग की है। संदिग्ध मरीजों की कैंसर विशेषज्ञों से स्क्रीनिंग हेतु यह शिविर आयोजित की गई है। इसके अतिरिक्त आम जनता जिन्हें अपने शरीर व स्वास्थ्य में कैंसर जैसे लक्षण दिख रहे है वे भी यहां आकर नि:शुल्क जांच करवा सकते है। शिविर में बाल्को मेडिकल केयर रायपुर से प्रसिद्ध व अनुभवी ओंकोलॉजिस्ट डॉ.गौरव गुप्ता व उनकी टीम लोगों की जांच कर रही है। मरीजों के लक्षणों के आधार पर विभिन्न टेस्ट जैसे एफ.एन.ए.सी.,पेप्समियर, साईटोलॉजी के सेम्पल भी एकत्रित कर रही है। जिसका लैब में मशीनों द्वारा जांच कर कैंसर की पुष्टि की जाएगी। रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर रोगी का इलाज रायपुर में किया जाएगा।

इस अवसर पर डॉ.गौरव गुप्ता ने बताया कि आज के दौर में कैंसर रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसके बहुत से कारण हो सकते हैं। अनियमित जीवन शैली एक प्रमुख कारण है। छत्तीसगढ़ में अधिकांश कैंसर के मामलों में पुरूषों में मुख व गले का कैंसर तथा महिलाओं में स्तन तथा बच्चेदानी कैंसर के मामले देखने को मिल रहे है। जिसके पीछे लोगों की हानिकारक व असंयमित जीवनशैली जिम्मेदार है। तम्बाकू, शराब, गुड़ाखू का सेवन एवं मोटापा कैंसर के प्रमुख कारक है। महिलाओं में जागरूकता की कमी व झिझक तथा अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करने की आदत भी अन्य कारण है। कैंसर को लेकर समाज में बहुत सी भ्रांतियां व्याप्त है, जैसे यदि किसी व्यक्ति को कैंसर हुआ तो उसका बचना असंभव है। इसे दूर करना आवश्यक है, क्योंकि आज कैंसर के निदान के लिए उन्नत इलाज छत्तीसगढ़ में ही संभव है।
डॉ.गुप्ता ने आगे बताया कि कैंसर से बचाव व इलाज को तीन चरणों में समझा जा सकता है।

पहला चरण प्रिवेंशन अथवा रोकथाम-
जिसके तहत व्यक्ति को स्वस्थ जीवनशैली अपनाना चाहिए, कैंसर कारक पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए एवं नियमित व्यायाम करना तथा संतुलित आहार लेना चाहिए तथा नियमित समयांतराल में अपने पूरे शरीर का नियमित चेकअप कराना चाहिए।

दूसरा चरण स्क्रीनिंग अथवा लक्षणों की पहचान-
इसके अंतर्गत कैंसर के प्रति जागरूक होना चाहिए तथा शरीर में कैंसर से जुड़ा कोई भी लक्षण जैसे मुंह के छाले एवं गांठ, गले में गांठ नासूर (न भरने वाले घाव), स्तन (ब्रेस्ट) में किसी भी प्रकार की गांठ सूजन या कड़ापन, निप्पल से खून आना या आकार में बदलाव या दर्द, सामान्य से अधिक माहवारी एवं स्त्राव अथवा गर्भाश्य एवं अण्डाश्य की विकृतियाँ जैसे लक्षण दिखाई दे तो तत्काल जांच करायें व उचित चिकित्सीय सलाह ले, जिससे कैंसर का तुरंत इलाज प्रारंभ हो सके।

तीसरा चरण ट्रीटमेंट अथवा इलाज-
यदि कैंसर होने की पुष्टि होती है तो घबरायें नहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों से संपर्क करें, आज कैंसर के विभिन्न स्टेज के अनुसार अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध है। जिसके माध्यम से व्यक्ति का पूरा इलाज संभव है।
शिविर में रायपुर से आये विशेषज्ञों की 9 सदस्यीय टीम सहित रायगढ़ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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