रायगढ़-जिले में कुपोषण मुक्ति उद्देश्य के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं हितग्राहियों के घरों में तैयार किये गए पोषण वाटिका से बच्चों को सेहत की खुराक मिल रही है। पोषण वाटिका में उगायी गयी पौष्टिकता से भरपूर विभिन्न पत्तेदार भाजियों और सब्जियों का उपयोग बच्चों के दिये जाने वाले खाने में किया जा रहा है। जिससे उन्हें उनकी दैनिक जरूरत के विटामिन, मिनरल्स और फाइबर मिल सके। बच्चों के साथ गर्भवती व एनिमिक महिलाओं को पोषण वाटिका में जैविक पद्धति से उगाए ताजी हरी साग सब्जी का लाभ मिल रहा है। इससे जिले में संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को मजबूती मिलने के साथ बच्चों को कुपोषण के कुचक्र से बाहर निकालने में मदद मिल रही है।
कलेक्टर भीम सिंह ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्राथमिकता से पोषण वाटिका तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जिससे स्थानीय स्तर पर ही बच्चों के लिए पौष्टिक सब्जियों का इंतजाम हो। उन्होंने मुनगा और हरी पत्तेदार सब्जियों को पोषण वाटिका में शामिल करने के निर्देश दिए हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग श्री टी.के.जाटवर ने बताया कि रायगढ़ जिले के 1652 आंगनबाडिय़ों और 3267 हितग्राहियों के घरों में पोषण वाटिका विकसित की गयी है। इसके लिए उद्यान विभाग तथा कृषि विभाग से बीज तथा तकनीकी सहायता प्राप्त हुयी। जिले में विकसित पोषण वाटिका से करीब 900 किलो सब्जी प्राप्त ही रही है। जिसका उपयोग आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया जाता है। अतिरिक्त सब्जियों का वितरण कुपोषित बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को कर दिया जाता है।
आंगनबाड़ी के साथ घरों में पोषण वाटिका लगाने कर रहे प्रेरित
तमनार परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्र भगोरा 1 की कार्यकर्ता संध्यावली गुप्ता ने न केवल आने आंगनबाड़ी केंद्र में पोषण वाटिका लगाया है बल्कि गांव के लोगों को भी ताजी हरी सब्जी और खट्टे फलों के सेवन की खूबियों को बताकर उन्हें अपने घरों में पोषण वाटिका लगाने के लिए प्रेरित करने कर रही हैं। जिसके फलस्वरूप गांव में कई लोगों ने अपने घरों में पोषण वाटिका लगाया है। कुपोषण मुक्ति के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए उन्हें पिछले दिनों राज्य स्तर पर भी सम्मानित किया गया है।
7 दिन के लिए लगाई 7 प्रकार की भाजी
आंगनबाड़ी केंद्र लोइंग 4 की कार्यकर्ता कुमुदनी प्रधान ने अपने केंद्र में बच्चों को हर दिन विटामिन और मिनरल्स की खूबियों से युक्त अलग-अलग भाजी उपलब्ध कराने के लिए सप्ताह के 7 दिन के लिए 7 अलग अलग प्रकार की भाजी लगाई है।