JSW में हुई चोरी में ड्राइवर का अपराध स्वीकारना कही किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं,महीनों से चल रही चोरी के सिलसिले को रोकने कौन आएगा सामने…?
खाखी तक न पहुंच जाए छीटें…
पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट
रायगढ जिले के भुपदेवपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत नहरपाली जेएसडब्ल्यू प्लांट से निकली ट्रक क्रमांक CG 13 LA-1580 में लोड पिग आयरन के अवैध परिवहन पर कार्यवाही की रस्म अदायगी करते हुए भूपदेवपुर पुलिस ने 03 लोगों को गिरफ्तार किया है,
दरअसल भूपदेवपुर थाना अंतर्गत नहरपाली स्थित JSW प्लांट में अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रांसपोर्टर और प्लांट के उच्चाधिकारियों की सेटिंग से पिग आयरन चोरी का यह खेल महीनों से जारी है,इस काम को बड़े ही साहस के साथ किया जा रहा है,लोडिंग प्रोसेस के तहत यदि किसी भी प्लांट में एक गाडी यदि लोड होने के लिए जाती है तो उसे 05 से 06 जगहों पर चेकिंग पॉइंट से होकर गुजरना पड़ता है नियम ऐसे होते है कि बिना सभी चेकिंग पॉइंट पर एंट्री हुए कोई भी गाडी लोड होकर प्लांट के बाहर नही जा सकती,लेकिन यह सब नियम कानून को ताख में रखकर कोई गाड़ी अवैध तरीके से लोड होकर निकल रही है तो इसका साफ मतलब यह होता है कि इस काम मे प्लांट के जिम्मेदार अधिकारियो की मिली भगत से इन्कार नही किया जा सकता है लेकिन इस मामले में वाहन चालक ने सुपरवाइजर और गार्ड की मिलीभगत से 33.470 टन पिग आयरन JSW से चोरी किए जाने के अपराध को स्वीकार किया है,पूरे मामले में यह तो साफ स्पस्ट है कि सुपरवाइजर,गार्ड और ड्राइवर बलि का बकरा बनाया गया,चाहे इसकी वजह लालच,डर या फिर कुछ और…?
अभिषेक वर्मा एडिशनल एपी रायगढ़
बहरहाल भूपदेवपुर पुलिस ने ड्राइवर से पूछताछ की और ड्राइवर के बताए अनुसार कार्यवाही करते हुए 03 आरोपियों हारून अंसारी अजीत चौधरी एवं गार्ड उमेश यादव के साथ मिलकर इन्होने 33.470 टन पिग आयरन कीमती 12,71,860/-रूपये पिग आयरन चोरी के मामले में न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।घटनाक्रम में उपयोग किए वाहन को मीडिया से बचते बचाते बड़े ही सफाई के साथ इस मामले में तो पुलिस की कार्यवाही हो गई
लेकिन JSW में लंबे समय से चल रही आयरन चोरी का खुलासा होना अभी बाकी है,पूरे मामले की तह तक जाने के लिए सभी चेकिंग,एंट्री व एग्जिट पॉइंट के CCTV फुटेज की जांच होनी आवश्यक है उद्योग घराने पर हो रहे लाखों की चोरी के खेल के सिलसिले को रोका जा सके।