पीताम्बर ने पुरुषोत्तम पटैल व अन्य के खिलाफ मुकदमे दर्ज
पुलिस-प्रशासन के खिलाफ विरोध जताने के लिए सड़क पर उतरना महंगा पड़ा सकता है। बात-बात पर सड़क जाम से होने वाली समस्याओं को लेकर पुलिस गंभीर हुई है। जाम,तोड़फोड़ और बवाल करने के हर मामले में सख्ती होगी। सड़क जाम करने वालों के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस कार्यवाही करेगी। हाल में सड़क में एक्सीडेंट पर जाम करके प्रदर्शन करने के मामले में केस दर्ज करके पुलिस यह संदेश देने का प्रयास भी किया है।
हर मर्ज की एक दवा
जिले में कानून व्यवस्था, मर्डर, लूट,एक्सीडेंट,छिनैती की वारदातें हो या फिर बिजली-पानी की समस्या। इसके लिए सड़क जाम करके प्रदर्शन करना आम बात हो गई है। सड़क जाम को हर मर्ज की दवा मानने वाले प्रदर्शनकारी राहगीरों की समस्या से बेफिक्र होकर जम जाते हैं। घंटों लगने वाले जाम में पब्लिक की दुगर्ति होती है। प्रदर्शनकारियों के तोड़फोड़, बवाल और हंगामे से बेवजह लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। कई बार गंभीर पेशेंट को ले जा रही एबुलेंस भी जाम की शिकार हो जाती है।
सड़क जाम करने पर परिस्थितियों के अनुसार पुलिस अलग-अलग धाराओं में मुकदमे दर्ज करती है। कानून के जानकारों का कहना है कि मामले में मुकदमे में दर्ज धाराओं के अनुसार एक माह से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
सड़क होने से लोगों को परेशानी होती है। इससे कानून व्यवस्था पर असर पड़ता है। कोशिश की जा रही है कि लोग सड़क जाम न करें, किसी भी सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाए। इसलिए विधि अनुसार कार्यवाही का निर्देश दिया गया है। किसी मामले में कोई समस्या होने पर पब्लिक सीधे थाना संपर्क कर सकती है। कानून व्यवस्था को हाथ लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।
लिखित शिकायत पर दर्ज हुआ अपराध
FIR No.(प्र .सू .रि .सं .): 33340025210328
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 14-06-2021 के शाम 07:30 बजे करीब साईडिंग के गेट न. 02 में साथी कर्मचारियो के साथ कार्य कर रहा था तभी ग्राम चपले के पुरूषोत्तम पटैल व अन्य लोग एक राय होकर लाठी से लैंस होकर साईडिंग के अंदर आकर मुझे व अन्य कर्मचारियो को मां बहन की अश्लील गाली देते हुए हाथ मुक्का डन्डा से मारपीट कर साईडिंग के आफिस के ग्लास एवं खडी ट्रकों के ग्लास एवं बाईक में तोडफोड कर स्टाफ के साथ मारपीट कर चोट पहुंचाकर 02 से 03 लाख की संपत्ति नुकसान पहुंचाये हैं एवं काम बंद करने की धमकी दे रहे है। साथी कर्मचारी लोग डर से चले गये थे उनके आने पर आज रिपोर्ट करने आया हूं। लिखित आवेदन दे रहा हूँ कार्यवाही किया जाये।