
बिलासपुर।पाबंदी के बाद भी ट्रेनों की पेंट्रीकार में खाना पकाया जा रहा है। इसी शिकायत के बाद सोमवार को आइआरसीटीसी की टीम ने बिलासपुर स्टेशन पहुंचने के बाद भुवनेश्वर एलटीटी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन में दबिश दी। कर्मचारी चावल-दाल, अंडा व चिकन पकाकर छिपा रखे थे। इसे टीम ने जब्त कर लिया। ओखा-हावड़ा स्पेशल ट्रेन में भी उल्लंघन हो रहा था। पर जब्ती की कार्रवाई करने से पहले ट्रेन रवाना हो गई।
कोरोना संक्रमण की वजह से पेंट्रीकार में खाना नहीं पकाने का निर्देश है। केवल पैकेट बंद ही सामान बेचना है। यह निर्देश रेलवे बोर्ड का है इसलिए अभी जितनी भी स्पेशल ट्रेनों की पेंट्रीकार का टेंडर हो रहा है, उनमें यही शर्त रखी जा रही है। पिछले दिनों किसी ट्रेन में खाना पकाने की शिकायत हुई थी। इसके बाद बोर्ड ने सभी जोन मुख्यालय को अभियान चलाकर जांच करने के निर्देश दिए थे।
यदि लापरवाही मिलती है तो लाइसेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। बिलासपुर रेल मंडल ने भी अभियान चलाया। पर 10 दिन में एक भी पेंट्रीकार ऐसी नहीं मिली, जिनमें लापरवाही हो रही हो। हालांकि अभियान की जानकारी मिलने के बाद अकेले बिलासपुर रेल मंडल नहीं, बल्कि हर रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों के पेंट्रीकार संचालक सतर्क हो गए। पर जैसे ही अभियान समाप्त हुआ।
दोबारा खाना पकना शुरू हो गया है। इन दोनों ट्रेनों में खाना पकाने की शिकायत आइआरसीटीसी को मिली थी। इस पर टीम पहले से सतर्क थी। भुवनेश्वर-एलटीटी ट्रेन के पहुंचते ही दबिश दी गई। पेंट्रीकार की जांच के दौरान टीम को पका हुआ खाना मिला। इसे छिपाकर रखा गया था। इस ट्रेन में जब्ती की कार्रवाई भी हो गई, लेकिन ओखा-हावड़ा एक्सप्रेस में कार्रवाई करने के लिए समय नहीं मिल पाया। टीम को खाना नजर भी आया है।
कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी सिकंदराबाद
बिलासपुर रेलवे स्टेशन स्थित आइआरसीटीसी कार्यालय का मुख्यालय सिकंदराबाद में है। इसलिए जांच के बाद रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजी गई है। अब वहीं से तय होगा कि पेंट्रीकार संचालक के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी। इस ट्रेन का ठेका पी प्लस कंपनी के पास है।
जारी रहेगी जांच
आइआरसीटीसी इसी तरह ट्रेनों की पेंट्रीकार में दबिश देकर जांच करेगी। यह अभियान अभी कुछ दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान जिसमें भी लापरवाही मिलेगी, उनमें इसी तरह जब्ती की कार्रवाई होगी।




