किसान ने रागी की खेती से कमाया धान से दुगुना व गेहूं से तिगुना फायदा सिर्फ वर्मी कम्पोस्ट का किया उपयोग
रायगढ़। परम्परागत खेती करते आये किसान तेजसिंह पटेल ने अपने एक हेक्टेयर खेत में रागी की फसल लगाकर धान से दुगुना और गेहूं से तिगुना फायदा कमाया है। इसको देखकर किसान तेज सिंह पटेल काफी उत्साहित है और कहते है कि उन्होंने पहली बार अपनी परम्परागत फसल से हटकर रागी की खेती की। जिससे उन्हें 72 हजार 780 रुपये की शुद्ध आय मिली, जो इतनी ही भूमि पर ग्रीष्म कालीन धान लगाने पर लगभग 37 हजार 990 रुपये और गेहूं लगाने पर 22 हजार रुपये का लाभ मिलता है। इस लिहाज से रागी की फसल से ग्रीष्म कालीन धान से दुगुना और गेहूं की फसल से तिगुना लाभ मिला है। रागी की खेती से मिले फायदे से अब आगे वे खरीफ सत्र 2021 में भी अपने 2.5 एकड़ जमीन में रागी लगाने जा रहे है। उन्होंने पूर्णतरू जैविक पद्धति से रागी की खेती की जिसमें उन्होंने खाद के रूप में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया।
किसान तेजसिंह पटेल कहते है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने रागी के लिये समर्थन मूल्य 33.97 रुपये प्रति किलो घोषित किया है। इसके साथ ही कलेक्टर भीम सिंह की पहल पर जिला प्रशासन रायगढ़ जिले में रागी की खेती करने वाले किसानों से समर्थन मूल्य के साथ अनुदान सहायता देते हुये 45 रुपये प्रति किलो की दर से उपार्जित करने जा रही है। जिससे रायगढ़ जिले में रागी की खेती से किसानों को अच्छा लाभ मिलेगा। उन्होंने अन्य किसानों को आग्रह किया कि वे भी कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली रागी फसल को लगायें। स्वयं पौष्टिक अन्न खायें तथा बिक्री कर अधिक लाभ कमायें।