खरसिया। खरसिया क्षेत्र का बहुप्रतीक्षित ओवरब्रिज अब सरकार की उपेक्षा का शिकार बन चुका है। स्वीकृति के बावजूद इस परियोजना को आवश्यक फंड न देकर सरकार ने जनता के साथ विश्वासघात किया है। क्षेत्र की जनता का आरोप है कि सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध के तहत खरसिया को विकास से वंचित रखने का प्रयास किया है।
क्षेत्र के नागरिकों में इस बात को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरब्रिज का निर्माण केवल खरसिया के विकास के लिए ही नहीं, बल्कि यहाँ की दैनिक समस्याओं को दूर करने के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। इसके बावजूद सरकार का यह रवैया क्षेत्रवासियों के साथ अन्याय है।
गुस्साए क्षेत्रवासियों ने आगामी चुनाव में सरकार को करारा जवाब देने का निर्णय देने का मन बना लिया है। कई स्थानीय संगठनों ने भी इस मुद्दे पर तीखा रुख अपनाते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। क्षेत्र के नेताओं ने कहा, “यह जनता का अपमान है। यदि जल्द से जल्द ओवरब्रिज के लिए फंड जारी नहीं हुआ, तो खरसिया की जनता सड़कों पर उतरकर सरकार को अपनी ताकत दिखाएगी।”
अब खरसिया की जनता ने अपने आक्रोश को व्यक्त करते हुए तख्तापलट की चेतावनी तक दे दी है। चुनाव नजदीक आते ही इस मुद्दे ने राजनीतिक गलियारों में हल-चल मचा दी है।
जनता अब केवल इस बात का इंतजार कर रही है कि सरकार कब उनकी समस्याओं का समाधान करती है। लेकिन यदि उनकी माँगे अनसुनी रहीं, तो जनता इस बार अपनी ताकत दिखाने से पीछे नहीं हटेगी। खरसिया के जागरूक मतदाता हर हाल में अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार नज़र आ रही हैं।