सावन में जमकर बरस रहे बादल, कृषि कार्य में तेजी
सावन माह में बादल जमकर बरस रहे हैं। जुलाई के 23 दिनों में ही 400 मिमी बारिश हो चुकी है। एक जून से अब तक 501 मिमी बारिश हो चुकी है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अब तक मानसून मेहरबान रहा है।
गौरतलब है कि जून माह में 101 मिमी बारिश हुई थी। 23 जुलाई तक 501 मिमी बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश महासमुंद विकासखंड में दर्ज की गई है। महासमुंद विकासखंड में 759.5 मिमी, सरायपाली में 415 मिमी, बसना में 490 मिमी, पिथौरा में 488 मिमी, बागबाहरा में 353 मिमी बारिश हो चुकी है।
वहीं 23 जुलाई को ही महासमुंद विकासखडं में 45, सरायपाली में 44, बसना में 35, पिथौरा में 16 और बागबाहरा में 353 मिमी बारिश हुई। शनिवार को दिनभर शहर में घने काले बादल छाए रहे। कहीं-कहीं रिमझिम बारिश व बूंदाबांदी भी होती रही। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चक्रवात के असर से बारिश हो रही है। कृषि व मौसम वैज्ञानिक दीपांशु मुखर्जी ने बताया कि झारखंड के आस-पास चक्रवात बना हुआ है। जिसके कारण बारिश हो रही है। अगले 48 घंटे में भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। 23 जुलाई की स्थिति में पिछले वर्ष जिले में औसत 402 मिमी बारिश हुई थी। महासमुंद विकासखंड में 442, सरायपाली में 336, बसना में 404, पिथौरा में 308 और बागबाहरा में 518 मिमी बारिश हुई थी। पिछले वर्ष बागबाहरा में ज्यादा बारिश हुई थी। 2022 में अब तक 353 मिमी ही बारिश हुई है।
नगरीय क्षेत्र के तालाब जो मई माह में सूखने के कगार पर पहुंच गए थे वे जुलाई माह में झमाझम बारिश के बाद लबालब भर गए हैं। शीतला तालाब भी भारी बारिश के बाद ओवरफ्लो हो गया था, पानी सड़क पर आ गया था0। वहीं गुडरूपारा तालाब का जलस्तर भी वृद्धि होने से आस-पास के लोगों को राहत मिली है। आस-पास के बस्ती के लोग इसी तालाब पर निर्भर हैं।
रोपा लगाते दिखे किसान
किसान खेतों में रोपा लगाते देखे जा सकते हैं। इसके अलावा कई किसान खेतों में भरा पानी को निकालने के लिए जद्दोजहद करते भी दिख रहे हैं। वहीं मजदूरों का टोटा है। कई किसानों को रोपा लगाने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। गौरतलब है कि इस वर्ष खरीफ सीजन में दो लाख 64 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसल ली जा रही है।