अनुविभागीय अधिकारी खरसिया को नगर बीजेपी ने दिया था ज्ञापन
खरसिया। नगर बीजेपी ने खरसिया एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पुरानी बस्ती वार्ड नं. 07 में स्थित निजी तालाब के सौंदर्यीकरण व गहरीकरण के नाम पर, लाखों रुपये की राशि स्वीकृत कर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है।
वही इस मामले में खरसिया नगर पालिका के वार्ड पार्षद अमिता राठौर, शकुंतला राठौर, ज्योति सिदार तथा अनुसुईया मेहर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा की – विगत 2 दिनों से युवा भाजपा मोर्चा द्वारा वार्ड क्रमांक 07 में स्थित मटखनवा तालाब सोन्दर्यीकरण एवं गहरीकरण कार्य में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है। युवा भाजपा मोर्चा एवं मण्डल प्रमुख ने शायद इस बात की जानकारी लिए बिना की, उक्त की तालाब के सौन्दर्यीकरण एवं गहरीकरण का भुगतान अभी तक जारी नहीं किया गया है फिर भी बिना भुगतान के भ्रष्टाचार कैसे होता? किस प्रकार से होता है ये भाजपा वाले जानते हैं, कांग्रेसी नही ।
वही उन्होने आगे कहा की उक्त तालाब को लगातार निजी तालाब का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि उक्त मटखनवा तालाब लगभग 100 (एक सौ वर्ष) वर्षों से गवेल परिवार द्वारा आम निस्तारी हेतु दे दिया गया है। जिसमें खरसिया पुरानी बस्ती के वार्ड क्रमांक 06 एवं 07 के लोग निस्तारी करते हैं तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इतने अधिक वर्षों तक जो तालाब आम निस्तारी का उपयोग किया जाता है, उसे निजी नही माना जा सकता। उसके बावजूद गवेल परिवार द्वारा विधिवत सहमति नगरपालिका परिषद् को प्रदान की गई है तथा वार्डवासियों एवं जनप्रतिनिधियों के मांग पर सौंदर्यीकरण एवं गहरीकरण का कार्य करवाया जा रहा है तथा कार्य के आधार पर ही प्राक्कलन अनुसार भुगतान किया जावेगा।
इसमें किसी प्रकार का भ्रष्टाचार या अनियमितता नहीं होगी, युवा मोर्चा द्वारा अपनी उक्त शिकायत में यह भी कहा गया है वर्षों पूर्व बंधवा तालाब का सौंदर्यीकरण 24 लाख में हुआ है, हम उनसे पूछना चाहते है कि वर्षों पूर्व का अर्थ कितने वर्षों से है तथा उस 24 लाख में बंधवा तालाब में क्या – क्या कार्य कराए गए हैं, इसका भी उल्लेख करें तथा उसी तालाब में पूर्व नगर सरकार द्वारा शहर के आम नाले को छोड़ दिया गया है, उसकी स्थिति आज जाकर देखे।
नगर बीजेपी द्वारा दिया गया ज्ञापन की कॉपी
- बहरहाल भाजपा कांग्रेस आमने सामने हैं, मामला आखिर क्या है? कितनी सत्यता है? जांच उपरांत ही स्पष्ट हो पाएगा कि कांग्रेस का कहना कितना सत्य है या भाजपा का आरोप लगाना सत्य है।