विप्र समाज ने सादगी से मनाया भगवान परशुराम का जन्मोत्सव
विप्र समाज ने सादगी से मनाया भगवान परशुराम का जन्मोत्सव
घरों में सजी दीपक लडिय़ां, भगवान परशुराम के रूप मेें बच्चों ने लुभाया
रायगढ़ विप्र समाज ने अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव घरों में ही सादगीपूर्वक मनाया। विधि-विधान से भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना कर घर के बाहर दीप जलाए। इस अवसर पर बच्चे भगवान परशुराम की वेशभूषा पहनकर सामने आए। इस रूप में बच्चे काफी मनमोहक लग रहे थे।
हर साल अक्षय तृतीया पर विप्र समाज की ओर से भगवान परशुराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता था, लेकिन पिछले दो साल से कोविड-19 महामारी के कारण सार्वजनिक तौर पर यह आयोजन नहीं किया जा रहा है।
उसके बाद भी विप्र समाज में भगवान परशुराम जन्मोत्सव को लेकर उत्साह देखा गया। शुक्रवार को अक्षय तृतीया पर शहर के विप्र समाज ने अपने-अपने घरों में ही भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना की और शहर, प्रदेश व देश की सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही कोरोना महामारी से देश को निजात दिलाने की प्रार्थना की। शाम को विप्र समाज के लोगों ने अपने-अपने घरों के बाहर दीप प्रज्जवलित किए।
जिला विप्र फाउंडेशन के अध्यक्ष रामचंद्र शर्मा ने बताया कि इस बार कोरोना काल की वजह से समाज के सभी लोगों से भगवान परशुराम जन्मोत्सव अपने-अपने घरों में ही पूजा-अर्चना कर मनाने व घर के बाहर दीप प्रज्जवलित करने की अपील की गई थी। समाज के लोगों ने कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया और सोशल मीडिया में फोटो भी पोस्ट किए। व्हाट्सएप, फेसबुक सहित अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। कोविड-19 के बाद भी भगवान परशुराम जन्मोत्सव को लेकर समाज के लोगों में उत्साह देखा गया।