हर केन्द्र में प्रतिदिन 100 लोगों के टीकाकरण लक्ष्य को करना है पूरा-कलेक्टर भीम सिंह

आदिवासी विकासखण्डों के हाट-बाजार क्लिनिक में सभी मरीजों का होगा मलेरिया टेस्ट

रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेड सभाकक्ष में ली। जिसमें उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन टेस्टिंग के साथ विभागीय योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की।
कलेक्टर सिंह ने कोविड टीकाकरण के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने के लिये विकासखण्ड वार 60 वर्ष से अधिक व 45 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्तियों को चिन्हांकित करने तथा टीकाकरण के लिये ग्रामवार बने रोस्टर के अनुसार लोगों को टीकाकरण केन्द्र भेजने के लिये कहा। इसके लिये उन्होंने पटवारी, सचिव, मितानिन के साथ अन्य विभागों के मैदानी अमले का सहयोग लेने के लिये कहा।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीकाकरण केन्द्र में प्रतिदिन 100 लोगों को टीका लगाने के टार्गेट को अनिवार्य रूप से पूरा करने के लिये कहा। इसके लिये उन्होंने विस्तृत प्लानिंग करने के निर्देश दिये। सब हेल्थ सेंटर्स में भी टीकाकरण का कार्य प्रारंभ करने हेतु सभी आवश्यक तैयारी पूरी करने के लिये निर्देशित किया।
उन्होंने आगे कहा कि सेकेण्ड डोज वैक्सीनेशन के कार्य को भी समय से पूरा करना है। इसके लिये फ्रंट लाईन वर्कर्स के विभाग प्रमुखों को अपने कर्मचारियों को टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने कोविड टेस्टिंग के लक्ष्य के अनुसार सैंपल कलेक्ट करने के निर्देश सभी बीएमओ को दिये। जिन विकासखण्डों में सेम्पल कम कलेक्ट हो रहे है उसे बढ़ाने के लिये कहा। इसके साथ ही पाजीटिव केसेसे के कांटेक्ट टे्रसिंग को भी पूरी गंभीरता से करने के निर्देश दिये।
हाट-बाजार योजना में नहीं चलेगी लापरवाही

हाट-बाजार योजना की समीक्षा के दौरान लापरवाही पाये जाने पर घरघोड़ा, सारंगढ़ व लैलूंगा बीएमओ तथा सारंगढ़ बीपीएम को शो-काज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हाट-बाजार क्लिनिक के लिये निर्धारित सभी प्रकार की जांच सुविधा वहां मिलनी चाहिये। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह देखने में मिलता है कि कई बार मलेरिया के लक्षण नहीं होने पर भी व्यक्ति मलेरिया से ग्रसित होता है। इसकी रोकथाम के लिये लोगों का खासकर दूरस्थ व पहाड़ी इलाकों में रहने वालों का टेस्ट किया जाना आवश्यक है। कलेक्टर सिंह ने इसके लिये जिले के आदिवासी विकासखण्डों लैलूंगा, धरमजयगढ़, घरघोड़ा तमनार व खरसिया के प्रत्येक हाट-बाजार क्लिनिक में इलाज के लिये आने वाले सभी मरीजों को अनिवार्यत: मलेरिया की जांच करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही प्रत्येक हाट-बाजार में जाने के लिये एक डेडिकेटेड टीम बनाकर उनकी कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिये। ताकि सभी हाट-बाजार में मिलने वाली सुविधाओं में एकरूपता हो। टीकाकरण की सही जानकारी उपलब्ध नहीं कराने पर खरसिया बीपीएम तथा ब्लॉक डाटा मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
आकर्षक हो एनआरसी केन्द्र
कलेक्टर सिंह ने एनआरसी केन्द्रों के संचालन की समीक्षा की। उन्होंने बच्चों के कक्ष में साफ-सफाई, खाने-पीने तथा इलाज की समुचित व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी बीएमओ को हर 15 दिन में एनआरसी केन्द्रों के निरीक्षण करने तथा वहां भर्ती बच्चों के पालकों से उनका फीडबैक लेने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रत्येक एनआरसी केन्द्र में टीवी लगाने तथा उसमें ज्ञानवर्धक मूवी दिखाने के लिये कहा। इसके साथ ही केन्द्र से इलाज प्राप्त बच्चों के हेल्थ स्टेटस की रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के लिये निर्देशित किया।
संस्थागत प्रसव की मॉनिटरिंग करें बीएमओ
कलेक्टर सिंह ने विकासखण्डवार संस्थागत प्रसव की समीक्षा की। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों विशेषकर चौबीस घंटे संचालित होने वाले केन्द्रों में डिलीवरी बढ़ाने पर जोर देते हुये कहा कि इन केन्द्रों में प्रसव अधिक संख्या में होने चाहिये। इन अस्पतालों में पोस्टेड आरएमए व नर्सिंग स्टॉफ को मुख्यालय में ही निवास करने के निर्देश दिये। इस मामले में सभी बीएमओ को निरंतर निगरानी के लिये निर्देशित किया। उन्होंने जिले के अंदरूनी व दूरस्थ इलाकों में स्थानीय स्तर पर वाहन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। जिससे इमरजेंसी में गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के लिये समय पर स्वास्थ्य केन्द्रों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने सारंगढ़ में एनेस्थिसिया विशेषज्ञ की तत्काल पदस्थापना करने के निर्देश दिये।
निर्माण कार्य समय-सीमा में हो पूर्ण
अस्पताल व एनआरसी भवन के निर्माण व मरम्मत कार्य की धीमी प्रगति पर उन्होंने नाराजगी जतायी। निर्माण एजेंसीज के अधिकारियों को काम की गति बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने ईई हाऊसिंग बोर्ड को किये जा रहे निर्माण कार्यों के स्टेटस रिपोर्ट बनाकर देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस्टीमेट में उल्लेखित सारे काम पूरी गुणवत्ता के साथ समय-सीमा के भीतर पूर्ण किये जाये।
जर्जर 102 वाहनों को तत्काल करें रिप्लेस
जिले में संचालित 102 की समीक्षा के दौरान लैलूंगा, धरमजयगढ़ तथा घरघोड़ा में जर्जर वाहनों को जानकारी देने के पश्चात भी रिप्लेस करने में देरी करने पर नाराजगी जतायी तथा ऑपरेटर को तत्काल उन वाहनों को बदलने के निर्देश दिये।
इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, डीपीओ महिला बाल विकास टी.के.जाटवर सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।




