आमद से खाखी के प्रति फैली मान्यताएं अवधारणाएं आहत तों हुई होगी…

इतिहास रचता चला जा रहा रायगढ़ पुलिस

देहाती बुद्धि के जानकारी के अनुसार पुलिस का काम अपराध रोकना और हो जाये तो अपराधी को मय सबूत के साथ अदालत में पेश करने तक है, अपने कार्यक्षेत्र में अमन चैन शांति कायम रखने की महति जिम्मेदारी होता है…

जबसे रायगढ़ में एसपी संतोष कुमार सिंह की आमद हुई तबसे खाखी के प्रति फैली व्याप्त मान्यताएं व अवधारणाएं आहत तों हुई होगी,

रायगढ़ पुलिस अपना काम के साथ जनसेवा करते हुई कोरोना काल ,बाढ़ राहत, समर्पण जैसे अभियान में नज़र आई ऐसा लगा कि अपने जिम्मेदारी के साथ रायगढ़ पुलिस नया पन्ना जोड़

दानवीरों के इतिहास में छुट्टी कमी…

न तों सर पे चुनाव हैं न साहब के चुनाव लड़ने संबंधी कयास भी तों नहीं लग रहा दानवीरों के नगरी में ….
का इन्ही को क्षेत्र के लोगों ने मतदान किए है का जी… बाढ़ पीड़ितों क्षेत्र में नाव में कहीँ बातों का प्रकृति रुप में मौन रहकर ज़रुरत मंदो को सहायता कर दे दिए…

जबकि पुलिसिया कार्यवाही में कोई कमी नहीं आई धड़ाधड़ अपराधी पकड़े गए कोरोना काल में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने में भी कामयाबी के शिखर की ओर…

रिकॉर्ड चार दिनों में रेप केस की

चार्जशीट पॉक्सो एक्ट के तहत केस अदालत में पेश कर इतिहास रच दिया गया, समाचार का कटिंग भेज रहा हूँ

जो “देहाती” के समझ में समाचार नहीं संदेश है सजगता का संकेत है और सूचना भी है हम रायगढ़िहाओं को रायगढ़ पुलिस को शाबाशी देना चाहिये…

इसी तरह अपने भाषा में कोई कुछ भी कहे बहरहाल रायगढ़ पुलिस ने खाखी की छवि बनाने और सुधारने का भरपूर प्रयास तो कर रहा है

यूँ हीं नहीं संतोष है तों सम्भव है …





