खरसिया। नव वर्ष के पावन अवसर पर ग्राम मकरी में विराट हास्य कवि सम्मेलन 2020 का आयोजन किया गया था। जय सिद्वेश्वर सामाजिक सेवा समिति के संरक्षक जयप्रकाश डनसेना , सक्रिय युवा डंकेश्वर राठौर, महिपाल सिंह पंकज तथा क्षेत्र के जागरूक युवाओं के तत्वावधान में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कवयित्री श्रीमती प्रियंका पुरुषोत्तम गुप्ता ‘प्रिया’ के शानदार संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में बहुत दूर-दूर से प्रसिद्ध कवियों का ग्राम मकरी में आगमन हुआ। धरमजयगढ से छंदकार पुरुषोत्तम ठेठवार जी, बिलासपुर से शरद कुमार यादव ‘अक्स’, पुसौर से चूड़ामणी सिदार, बाराद्वार से कौशल मंहत, बेमेतरा से कृष्णा भारती, रायगढ़ से प्रदीप कुमार ‘गुमसुम’, खरसिया से मनमोहन सिंह ठाकुर जी, अंचल के युवा साहित्यकार राकेश नारायण बंजारे जी कार्यक्रम में आमंत्रित रहे।
कार्यक्रम संचालन कर रहे राकेश नारायण बंजारे ने कार्यक्रम के औपचारिक उद्घाटन के लिए आमंत्रित अतिथियों, आयोजक गणों एवं सभी कवियों को मंच पर सादर आमंत्रित किया। मां शारदे के छायाचित्र पर पुष्प माला अर्पित करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मंचस्थ सभी अतिथियों एवं कविगणों का पुष्प हार तथा पुष्पगुच्छ से स्वागत अभिनंदन संरक्षक जयप्रकाश डनसेना, सक्रिय युवा डंकेश्वर राठौर, महिपाल सिंह पंकज ,नूतन पटेल ,अजय राठौर,नोवल केनर , अभिषेक महंत , यशवंत कुमार निषाद, ,मनोज राठौर,दिलहरण,मनहरण सारथी, भोलू, सुरेश, विक्की,अभिषेक महंत राजेश यादव भीषम राठौर , हेमशंकर श्रीवास, पुरुषोत्तम प्रसाद गुप्ता के द्वारा किया गया।
कवि सम्मेलन में संचालन का दायित्व संभाल रहे शरद कुमार यादव ‘अक्स’ ने प्रारंभ से ही हास्य व्यंग्य की ऐसी छटा बिखेरी कि श्रोता अपने स्थान पर जम गए।सर्वप्रथम काव्य पाठ के लिए पुरुषोत्तम ठेठवार ने मंच पर अपनी दमदार उपस्थिति दी। मनमोहन सिंह ठाकुर के देशभक्ति रचना ने सभी का मन मोह लिया साथ ही साथ उन्होने बफे सिस्टम पर व्यंग्य प्रस्तुत किया। हास्य के परमाणु बम कहे जाने वाले कृष्णा भारती ने अपने लाजवाब प्रस्तुति से श्रोताओं को खूब हँसाया तो वहीं प्रदीप कुमार गुमसुम ने बेटियों पर कविता पाठ कर सम्मेलन को एक नई ऊंचाई प्रदान की। हास्य व्यंग्य की दमदार उपस्थिति के साथ चूड़ामणी सिदार जी ने दैनिक जीवन की छोटी-छोटी घटनाओं को हास्य में पिरोकर महफिल ठहाकों से भर दिया। जिंदगी की संजीदगी को हास्य-व्यंग्य सरीखे मोतियों की माला में पिरोकर ऐसा शमा बांधा कि श्रोता वंस मोर – वंस मोर चिल्लाने लगे। मंच पर गरिमामय विराजमान कार्यक्रम संयोजिका, कवयित्री प्रियंका गुप्ता ‘प्रिया’ को अपने श्रृंगार की रचना और नोंक झोंक में सर्वाधिक तालियों की सौगात मिली। कौशल मंहत जी ने किसानों की दशा पर कविता सुनाया। युवा साहित्यकार राकेश नारायण बंजारे ने अपनी बेहतरीन रचना से महफिल को वाह-वाह करने के लिए मजबूर कर दिया। शरद कुमार अक्स जी ने अपने हास्य और व्यंग्य की अद्भुत छटा बिखेरी इसी क्रम में नीलकंठ लहरे ,लखन राठौर ने भी अपनी कविताओं का पाठ किया।
हास्य-व्यंग्य की काव्य धारा अविरल देर तक बहती रही। अंत में समिति पदाधिकारियों द्वारा सभी कवियों का प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न, श्रीफल द्वारा सम्मान किया गया। उपस्थित श्रोताओं एवं आयोजन समिति द्वारा कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई।