रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह ने आज स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं व जिले में प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिंह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों विशेषकर चौबीस घंटे संचालित होने वाले केन्द्रों में डिलीवरी बढ़ाने पर जोर देते हुये कहा कि इन केन्द्रों में प्रसव अधिक संख्या में होने चाहिये। केवल गंभीर व जरूरी मामले जिसमें विशेषज्ञों की आवश्यकता है व उसे ही उच्च केन्द्रों में भेजे। इससे बड़े स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रसव का दबाव कम होगा साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में सामान्य संस्थागत प्रसव के मामले बढ़ेंगे व स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी। इन अस्पतालों में पोस्टेड आरएमए व नर्सिंग स्टॉफ को मुख्यालय में ही निवास करने के निर्देश दिये। इस मामले में सभी बीएमओ को निरंतर निगरानी के लिये निर्देशित किया।
एक माह में पूरी करें एएनएम भर्ती
कलेक्टर सिंह ने सारंगढ़ व खरसिया में एक सप्ताह के भीतर जरूरी मामलों में प्रसव के लिये सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। इसके लिये उन्होंने एक एनेस्थिसिया चिकित्सक को सारंगढ़ तथा खरसिया में एक विशेषज्ञ चिकित्सक पदस्थ करने के लिये कहा। उन्होंने प्रक्रियाधीन एएनएम भर्ती को एक माह के भीतर पूर्ण करने के लिये कहा। इसके लिये गठित समिति को टाईम लाइन के अनुसार कार्य करने के लिये निर्देशित किया। अस्पतालों के बाहर ओपीडी की समय सारणी लगाने के निर्देश दिये। ड्यूटीरत सभी चिकित्सकों को इसका कड़ाई से पालन करने के लिये कहा। पालन नहीं करने पर कार्यवाही करने की बात भी उन्होंने कही।
अस्पताल में मीनू अनुसार उपलब्ध कराये भोजन
उन्होंने अस्पतालों में भर्ती महिलाओं के डाईट पर विशेष ध्यान देने के लिये कहा। मीनू के अनुसार पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने इसके लिये सीएमएचओ को मीनू तैयार कर स्वास्थ्य केन्द्रों में देने के लिये कहा। ताकि सभी अस्पतालों में एक सामान पौष्टिक खाना मिले। यह मीनू अस्पताल में भी लगाने के लिये कहा। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में टीवी लगाने, बेडिंग तथा अन्य सुविधा बढ़ाने के लिये कहा। जिले में 102 तथा 108 के जितने भी वाहन जर्जर है उन्हें तत्काल बदलने के लिये संचालक एजेंसी को निर्देशित किया।
पूरी तैयारी के साथ हाट-बाजार पहुंचे मेडिकल टीम
बैठक में कलेक्टर सिंह ने हाट-बाजार क्लिनिक योजना के संचालन की समीक्षा की। उन्होंने इसके क्रियान्वयन की नियमित मॉनिटरिंग व डेली रिपोर्टिंग करने के निर्देश सभी बीएमओ को दिये। उन्होंने कहा कि हाट-बाजार क्लिनिक के लिये निर्धारित जांच सुविधायें अनिवार्य रूप से मरीजों को मिलनी चाहिये। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तैयारी के हाट-बाजार पहुंचने के लिये कहा। उन्होंने पंचायतों से समन्वय कर मेडिकल स्टॉफ के बैठने व क्लिनिक लगाने की अच्छी व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
एनीमिया जांच के लिये दिये जायेंगे डिजीटल हिमोग्लोबिनो मीटर
उन्होंने कुपोषित बच्चों के उपचार हेतु नियमित रूप से बाल संदर्भ शिविर आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने शिविर में बच्चों के लिये जरूरी दवाईयां भी उपलब्ध करवाने के लिये कहा। उन्होंने महिलाओं में एनीमिया की स्क्रीनिंग करने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिये। इसके लिये उन्होंने आधुनिक डिजीटल हिमोग्लोबिन मीटर उपलब्ध करवाने के लिये प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश सीएमएचओ को दिये।
सीएसआर से उपलब्ध मद से स्वीकृत काय जल्द करें पूर्ण
कलेक्टर सिंह ने सीएसआर मद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के उन्नयन हेतु उपलब्ध करवाये जा रहे 50-50 लाख रुपये से हो रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्माण व उपकरण क्रय संबंधी कार्य जल्द पूर्ण करने के लिये निर्देशित किया। बैठक में सीजीएमएससी के अधिकारी भी सम्मिलित हुये। उनके द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्याे की समीक्षा की। लंबित कार्यों में आ रही समस्याओं की समय-सीमा की बैठक में रखने के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने पोषण पुनर्वास केन्द्रों के संचालन की समीक्षा की। 01 जून से सभी स्थानों पर अनिवार्य रूप से एनआरसी केन्द्रों का संचालन प्रारंभ करने के निर्देश दिये।
समय-सीमा में पूरा करना है कोविड वैक्सीनेशन
कलेक्टर सिंह ने कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 84 प्रतिशत हेल्थ व फ्रंटलाईन वर्कर्स का टीकाकरण हो चुका है। राजस्व व पुलिस विभाग को टीकाकरण बेहतर चल रहा। नगरीय निकाय व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी टीकाकरण जल्द पूर्ण करने हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जिन्हें टीका लगना है वे तय दिनांक व स्थान पर पहुंच कर टीका जरूर लगवायें। 25 फरवरी तक हेल्थ वर्कर्स व 01 मार्च तक फ्रंट लाईन वर्कर्स का टीकाकरण पूर्ण करना है। उन्होंने आगे कहा कि टीके का दूसरा डोज लगना चालू हो चुका है। जिन्हें पहला डोज लगे 28 दिन हो चुके है वे अनिवार्यत: अपना सेकेण्ड डोज भी समय से लगवा लें।
विशेषज्ञ चिकित्सक करेंगे जांच
कलेक्टर सिंह ने धरमजयगढ़ क्षेत्र में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के लिये विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मेडिकल कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने शिशु रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ सहित अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच करवाने के लिये कहा।
इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य, डीपीओ महिला बाल विकास टी.के.जाटवर सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।