बसंत पंचमी को क्यों पहने जाते हैं पीले वस्त्र
बसंत पंचमी 2021 को मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है. पूजा के दौरान माता को पीले पुष्प चढ़ाए जाते हैं और पीले मीठे चावल का भोग लगाया जाता है और पीले वस्त्र पहनकर ही पूजा की जाती है.
बसंत पंचमी पर क्यों पहने जाते हैं पीले वस्त्र…
हर साल माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन बसंत पंचमी 2021 को मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन माता सरस्वती की पूजा कर उनसे बुद्धि और विवेक बनाए रखने की प्रार्थना की जाती है. इस बार बसंत पंचमी 16 फरवरी को है. संगीत प्रेमी और विद्यार्थी खासतौर पर इस दिन का इंतजार करते हैं ताकि मां सरस्वती के आशीर्वाद से जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें. बसंत पंचमी की पूजा के दौरान माता को पीले पुष्प चढ़ाए जाते हैं और पीले मीठे चावल का भोग लगाया जाता है. वहीं भक्त भी पीले वस्त्र पहनकर ही माता की पूजा करते हैं. ऐसा क्यों किया जाता है, जानिए इसके बारे में.
दरअसल धार्मिक रूप से पीले रंग को पीले रंग को शुभ, शुद्ध और सात्विक प्रवृत्ति का माना जाता है और ये सादगी व निर्मलता को प्रदर्शित करता है. मान्यता है कि पीला रंग माता सरस्वती का भी प्रिय रंग है. ये भी माना जाता है कि जब ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई थी तब तीन ही प्रकाश की आभा थी वो थी लाल, पीली और नीली. इनमें से पीली आभा सबसे पहले दिखी थी….