छत्तीसगढ़

बालिका सशक्तिकरणअभियान से निखर रही बच्चियों की प्रतिभा…

कोरबा । एनटीपीसी कोरबा द्वारा “बालिका सशक्तिकरण अभियान” बालिकाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण एवं सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण अभियान है। इसका आयोजन एनटीपीसी कोरबाके नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत 18 मई से 16 जून तक किया जा रहा है।

ग्रामीण पृष्टभूमि के बच्चों के लिए, यह एक महत्वपूर्ण अनुभव है। हम व्यक्तिगत स्वच्छता, अनुशासन और कला के बारे में बहुत कुछ सीख रहे हैं। कक्षाओं में न केवल शैक्षिक अपितु योग, कला, नृत्य जैसे कौशल सिखाये जा रहें है। हमारे शिक्षक एवं एनटीपीसी कोरबा के सभी स्टाफ हमें प्रेम एवं स्नेह दे कर हमाराखयाल रख रहें है। संगीत और कंप्यूटर की कार्यशाला मुझे अत्यंत रोचक लगी। ये कहना है यमिनी डनसेना का जो की, शासकीय प्राथमिक शाला, अयोध्यापुरी की छात्रा है।

यह नन्हीं बालिकाएं,एनटीपीसी के द्वारा आयोजित बालिका सशक्तिकरण अभियान के तहत सभी क्षेत्रों में अपनी छीपी प्रतिभाओं की वृद्धि के लिए कार्यशालाओं में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहीं हैं एवं एनटीपीसी के इस आयोजन के उद्देश्य को सार्थक कर रहीं हैं।

“मैं बड़े हो कर आईएएस अधिकारी बनना चाहती हूँ। एनटीपीसी कोरबा के कार्यशाला में मैं जो प्रशिक्षण ले रहीं हूं, उससे मुझे अपने सपनों को हासिल करने का आत्मविश्वास मिला है”- ऐसा कहना है एनटीपीसी कोरबा के बालिका सशक्तिकरण अभियान में भाग ले रही हेमा विश्वकर्म, जो की शासकीय प्राथमिक शाला, दर्रिखार की छात्रा हैं, बड़े हो कर आईएएस बन देश की सेवा करना चाहती हैं।

ऐसे सपनों को साकार करने में अपना योगदान देने के उद्देश्य से एनटीपीसी द्वारा ये अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य बालिकाओं की प्रतिभा और कौशल का विस्तार करना एवं निखारना है। पाठ्यक्रम में जीवन की गुणवत्ता में सुधार, शिक्षा के महत्व, अनुशासन, आत्मरक्षा, व्यक्तिगत स्वच्छता, स्वास्थ्य जागरूकता, सॉफ्ट स्किल्स, लैंगिक मुद्दों इत्यादि पर जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रयास किया गया है।

एक माह तक चलने वाली यह कार्यशाला अब अपने अंतिम चरण पर है। प्रतिभागी बालिकाओं को प्रातः काल में योगके विभिन्न आसन व प्राणायाम का अभ्यास कराया जा रहा है, जिससे तन और मन स्वस्थ रहे। कार्यशाला में ड्राईंग पेन्टिग, आर्ट एवं क्राफ्ट, नृत्य एवं संगीत, खेलकूद, मनोरंजक कार्यक्रम एवं शैक्षिक अध्यापन जैसे कि गणित, विज्ञान, अंग्रेजी एवं कम्प्यूटर शिक्षा का ज्ञान दिया जा रहा है।

इस कार्यक्रम मे एनटीपीसी कोरबा कर्मचारियों के साथ साथ मैत्री महिला समिति, एनटीपीसी कोरबा,सी॰आई॰एस॰एफ कर्मचारी, एवं हीरो माइंड माइन संस्था के कर्मचारी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

इस अभियान में आसपास के ग्रामीण विद्यालयों के 10-12 वर्ष के 120 चयनित बालिकाओं को एक माह का आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। अभियान का औपचारिक शुभारंभ 18 मई को किया गया।

एनटीपीसी का प्रयास है कि ये बालिकाएं प्रशिक्षण के उपरांत अपने घरों को लौटें तो सभी गुणों से परिपूर्ण एक दक्ष व सशक्त बालिका के रूप में निखरें तथा अन्य ग्रामीण बालिकाओं के लिए एक रोल मॉडल बन सकें।

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