खरसिया। एसकेएस कंपनी से प्रभावित क्षेत्रों के विकास हेतु बिंजकोट के ग्रामीणों ने मुख्य गेट पर अनिश्चित कालीन हड़ताल करने हुए धरना पर बैठे हैं।
प्रभावित ग्रामीणों ने बताया की एसकेएस प्रबंधन द्वारा पूरी तरह से मनमानी ढंग से कार्य किया जा रहा है । एसकेएस प्रबंधन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में विकास की जगह इस क्षेत्र का विनाश किया जा रहा है। कुर्रभांठा से दर्रामुड़ा, बिंजकोट पहुंच मुख्य मार्ग की स्थिति जर्जर एवं दयनीय है। कार्य एवं रोजगार के क्षेत्र में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार के नाम से केवल गुमराह किया जा रहा है।
विगत कई वर्षों से स्थानीय लोगों को बिजली, पानी, सड़क, चिकित्सा, शिक्षा एवं विकास के नाम पर केवल झूठा आश्वाशन दिया जा रहा है।
एसकेएस प्रबंधन के इस मनमानी एवं तानाशाही रवैये से हम स्थानीय लोगों के मध्य तनाव एवं आक्रोश का माहौल बना हुआ है। जिससे इस गंभीर विषय को लेकर हम 13 जनवरी से एसकेएस के मुख्य द्वार के सामने धरना प्रदर्शन करते हुए, अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठने के लिए मजबूर हैं।
वही प्रभावित ग्रामीणों ने बताया की उनकी प्रमुख मांगे – कुर्रूभांठा से दर्रामुड़ा, बिंजकोट पहुंच मार्ग को, जो कि एसकेएस द्वारा क्षतिग्रस्त किया गया है। उसे तत्काल रूप से नवनिर्मित किया जाना। शिक्षा के क्षेत्र में एसकेएस द्वारा तत्काल रूप से स्कूल का निर्माण कार्य प्रारंभ कर संचालित करने तथा कार्य एवं रोजगार प्रदान करने में जो अनियमितता किया जा रहा है, उसे प्रभावित क्षेत्र के आधार पर समान करने की मांग है।