भोपाल स्मार्ट सिटी को देश में पहला स्थान मिला 100 स्मार्ट सिटी की राष्ट्रीय रैंकिंग जारी
भोपाल . भोपाल स्मार्ट सिटी को देश में पहला स्थान मिला है. इसके अलावा अहमदाबाद को दूसरा, सूरत (Surat) तीसरा और इंदौर को चौथा स्थान हासिल हुआ है. केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने देश की 100 स्मार्ट सिटी की राष्ट्रीय रैंकिंग जारी की है. यह रैकिंग स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों के पूरा होने, टेंडर संबंधित प्रक्रिया व बजट के उपयोग के आधार पर जारी की जाती है. बता दें कि नवंबर में जारी हुई रैंकिंग में भोपाल (Bhopal) दूसरे पायदान पर था.स्मार्ट सिटी कंपनी सीईओ आदित्य सिंह ने बताया कि टीटी नगर स्थित एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) प्रोजेक्ट के तहत हो रहे काम पूरे होने वाले हैं. इसके अलावा प्रदेश की पहली स्मार्ट रोड, छोटे तालाब के कमलापति घाट पर पुराने शहर को नए शहर से जोड़ने वाला आर्च ब्रिज, स्मार्ट रोड पर निर्माणाधीन स्मार्ट पार्क का काम पूरा होने वाला है.
केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग भी की जा रही है. तीन प्रोजेक्ट को लेकर कंपनी लोकार्पण की तैयारी भी कर रही है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ऐतिहासिक इमारत सदर मंजिल के संरक्षण करने का काम किया जा रहा है. 15 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा यह काम लगभग पूरा हो चुका है. स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा एबीडी प्रोजेक्ट के तहत सरकारी आवासों का निर्माण 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है. इसमें 200 करोड़ रुपये की लागत से 700 आवासों का निर्माण किया जा रहा है. जबकि दूसरे चरण में 340 करोड़ रुपये की लागत से 1300 आवासों के निर्माण की तैयारी शुरू हो चुकी है.टीटी नगर स्थित एबीडी प्रोजेक्ट में कुल 500 दुकानों का निर्माण हाट बाजार प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है. प्रोजेक्ट में 373 गाड़ियों की पार्किंग भी शामिल है.
निर्माण कार्य की लागत 34 करोड़ 34 लाख रुपये है. एबीडी प्रोजेक्ट के तहत कुल 342 एकड़ में करोड़ों रुपये कीमत के व्यावसायिक प्लाटों को बेचने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी ने कवायद शुरू कर दी है. इसके तहत देश-विदेश के निवेशकों के साथ चर्चा की जा रही है.उधर, स्मार्ट सिटी कंपनी के खिलाफ व्यापारियों की एकजुटता जारी है. तीन दिन से टीटी नगर के व्यापारियों व रहवासियों ने बैठक कर एबीडी एरिया के हुए भौतिक सत्यापन को लेकर विरोध जताया. साथ ही जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकत की. पलाश मार्केट व्यापारी संघ के त्रिभुवन मिश्रा ने बताया कि दुकानों के विस्थापन की सूची में हुई गड़बड़ी, 82 एकड़ के नॉट इन पजेशन एरिया पर काम व नाले पर हुए निर्माण कार्यों में गडबडी का स्थानीय व्यापारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है. पूर्व में भी व्यापारियों द्वारा इसका विरोध किया गया था, अब एक बार फिर आंदोलन शुरू करने की तैयारी की जा रही है.