
खरसिया – एनएच 49 से बिल्कुल सटा हुआ अटल रॉक गार्डन, बोतल्दा में इन दिनों प्रकृति प्रेमियों का तांता लगा हुआ हो।
बरसात की फुहारों के बीच यहां का झरना अपने पूरे यौवन पर है – कलकल बहती जलधारा, आस-पास की लहलहाती हरियाली और चट्टानों पर गिरती पानी की बूँदें एक स्वर्गिक दृश्य रच रही हैं।
यह गार्डन न केवल झरने के लिए प्रसिद्ध हो रहा है,

बल्कि हरियाली और साफ-सुथरे वातावरण के चलते यह क्षेत्रीय पर्यटकों के लिए एक नया पसंदीदा पिकनिक स्थल बनता जा रहा है। झरनों की गूंज और ठंडी हवा की सरसराहट मन को शांति और सुकून का अनुभव कराती है।
प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण अटल रॉक गार्डन न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देता है, बल्कि शहरी भागदौड़ से दूर एक शांत स्थल के रूप में लोगों को राहत भी देता है। ग्रामीण क्षेत्र में विकसित यह स्थल अब धीरे-धीरे पर्यटन के नक्शे पर उभर रहा है।
प्रशासन और पर्यटन विभाग से अपेक्षा

की जा रही है कि यहां आवश्यक मूलभूत सुविधाएं जैसे शौचालय, बैठने की व्यवस्था, सूचना पट्ट आदि स्थापित किए जाएं ताकि पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
अटल रॉक गार्डन बोतल्दा,अब केवल एक गार्डन नहीं,बल्कि छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य और संभावित इको-टूरिज्म का जीवंत उदाहरण बनता जा रहा है।



